कंधे में अकड़न को दूर करना है तो अपनाएं ये टिप्स
फ्रोजेन शोल्डर या कंधे में अकड़न की तकलीफ आज आम हो गई है। अगर किसी व्यक्ति के कंधे अकड़ जाते हैं, सही तरह से काम नहीं करते, किसी भी काम को करने में या सामान को उठाने में रोगी को कंधे में बहुत तेज...
फ्रोजेन शोल्डर या कंधे में अकड़न की तकलीफ आज आम हो गई है। अगर किसी व्यक्ति के कंधे अकड़ जाते हैं, सही तरह से काम नहीं करते, किसी भी काम को करने में या सामान को उठाने में रोगी को कंधे में बहुत तेज दर्द होता है तो वह फ्रोजेन शोल्डर नामक बीमारी से पीड़ित हो सकता है।
इसके कई कारण हो सकते हैं
फ्रोजेन शोल्डर कई कारणों से हो सकता है। तमाम सर्वे के मुताबिक फ्रोजेन शोल्डर वर्किंग क्लास और कंप्यूटर का इस्तेमाल करने वाले लोगों में अधिक पाया जाता है। इसकी वजह काफी समय तक कंधे एक ही स्थिति में रखना, बहुत देर तक एक ही कंधे पर अधिक भार उठाए रखना, कंधे से बहुत ज्यादा काम न लेना, हड्डियों का कमजोर होना आदि हैं। कई बार फ्रोजेन शोल्डर की समस्या कंधे को किसी तरह का आघात और चोट लगने पर भी होने लगती है।
फ्रोजेन शोल्डर के लक्षण
1. फ्रोजेन शोल्डर के दौरान कंधा बिल्कुल सूज जाता है और अकड़न के कारण कठोर हो जाता है जिससे हाथ हिलाना बहुत मुश्किल होता है और हिलाने पर तीव्र दर्द होने लगता है।
कंधे को किसी भी दिशा में मोड़ने में रोगी को बहुत दिक्कत होती है।
2. कंधे का दर्द रोगी की गर्दन और उसके ऊपर के भाग में फैल जाता है।
3. हाथ की काम करने की गति बहुत धीमी हो जाती है और रात के समय दर्द अधिक परेशान करने लगता है। छोटे-छोटे काम जैसा कंघी करना, बटन बंद करना आदि भी मुश्किल हो जाता है।
4. हाथ को पीछे की ओर करना होता है तो कंधे में बहुत तेज दर्द होता है।
5. कई बार फ्रोजन शोल्डर के तहत बहुत ज्यादा सूजन और अचानक तेज दर्द शुरू हो जाता है और कंधे में ऐंठन होने लगती है, जो कई मिनटों या फिर घंटों तक भी रह सकती है। यह समय कई महीनों या सालों तक भी हो सकता है।
फ्रोजेन शोल्डर की आशंकाएं
फ्रोजेन शोल्डर के कारण कई और समस्याएं होती हैं, जैसे- अवसाद, गर्दन और पीठ दर्द, थकान, काम करने में असमर्थता इत्यादि समस्याएं भी हो सकती हैं। फ्रोजेन शोल्डर से रोगी को मधुमेह, दौरा पड़ना, फेफड़े का रोग, संयोजी ऊतक विकार और हृदय रोग अधिक होने का डर रहता है। यह बीमारी पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में अधिक पाई जाती है और 40 साल से कम उम्र के लोगों में अधिक देखने को मिलती है।
क्या है इलाज
फ्रोजेन शोल्डर का इलाज संभव है। इसमें शारीरिक चिकित्सा, औषधि, मालिश चिकित्सा, शल्य-चिकित्सा इत्यादि की जाती है। जो लोग इससे पीडि़त हैं, उन्हें कई महीनों या अधिक लंबे समय तक काम करने एवं जीवन की सामान्य गतिविधियां करने में अत्यधिक कठिनाई होने की आशंका रहती है।
सावधानी और रोकथाम
1. इस दौरान कंधों का हल्का-फुल्काव्यायाम बेहद जरूरी है।
2.खान-पान का खास ध्यान रखें और ताजा फल-सब्जियां, जूस और पौष्टिक आहार का सेवन जरूरी है।
3. गर्म पानी से सिंकाई करनी चाहिए। प्रतिदिन मालिश करना भी बेहतर उपाय है।
4. रात के समय में कम से कम एक घंटे तक ठंडा लेप कंधे पर करना चाहिए।
5. फ्रोजेन शोल्डर में यह जरूरी है कि कंधे के दर्द को कम किया जाए और कंधे में मूवमेंट लाई जाए।