फोटो गैलरी

Hindi Newsनोटबंदी से कालाधन निकालना परियों की कहानी जैसा: महेश भट्ट

नोटबंदी से कालाधन निकालना परियों की कहानी जैसा: महेश भट्ट

मशहूर बॉलीवुड निर्देशक महेश भट्ट ने कहा कि नोटबंदी से कालाधन निकालने की बात निरर्थक है। प्रधानमंत्री मोदी परियों की कहानी जैसी बात कर रहे हैं। उनका मानना है कि इससे देश की जनता को जो परेशानी हो रही...

नोटबंदी से कालाधन निकालना परियों की कहानी जैसा: महेश भट्ट
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 02 Dec 2016 02:50 PM
ऐप पर पढ़ें

मशहूर बॉलीवुड निर्देशक महेश भट्ट ने कहा कि नोटबंदी से कालाधन निकालने की बात निरर्थक है। प्रधानमंत्री मोदी परियों की कहानी जैसी बात कर रहे हैं। उनका मानना है कि इससे देश की जनता को जो परेशानी हो रही है, उसका हिसाब वह चुनाव में लेगी।

साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्था ‘संचारी की ओर से तीन दिवसीय सांस्कृतिक पर्व के आगाज पर विशिष्ट अतिथि के रूप में महेश भट्ट इलाहाबाद आए थे। एनसीजेडसीसी के प्रेक्षागृह में निर्धारित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वह थोड़ी देर के लिए मीडिया से मुखातिब हुए। इसके बाद चार्टर्ड प्लेन से लखनऊ रवाना हो गए।

संस्था की संस्थापक सदस्य व कोषाध्यक्ष पल्लवी चंदेल के अनुसार, इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में हिन्दी, उर्दू और लोकभाषा के विभिन्न आयाम पर संवाद, कविता पाठ, विमोचन और परिचर्चा होगी। फिल्मकार मुजफ्फर अली ‘सूफिज्म पर और हास्य कवि पद्मश्री अशोक चक्रधर ‘कविता की वाचिक परंपरा और हास्य व्यंग्य कविताओं की स्वीकार्यता एवं लोकप्रियता विषय पर विचार व्यक्त करेंगे।

इसी क्रम में अखिल भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ के बारे में अनुवादक व समीक्षक रक्षंदा जलाल, आलोक राय और प्रो. एए फातमी का वक्तव्य होगा। निखत गांधी, सबा नकवी और धर्मेन्द्र चौबे स्त्री-विमर्श के बारे में, प्रो. नीलम शरण गौर और रशीद कमाल ‘इलाहाबाद के भूत-प्रेत व जिन्न के बारे में चर्चा करेंगे। साथ ही संगीत के बदलते स्वरूप पर लघु फिल्म निर्देशक संजय जोशी विचार रखेंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें