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डॉक्टर, व्यापारी करेंगे मतदान का बहिष्कार

मानव श्रृंखला बनाकर मनाया काला दिवसइलाहाबाद प्रमुख संवाददाताडा. बंसल के हत्यारों की गिरफ्तारी एक हफ्ते के भीतर नहीं हुई तो शहर के डॉक्टर, व्यापारी व वकील मतदान नहीं करेंगे। सोमवार को हुई बालसन चौराहे...

डॉक्टर, व्यापारी करेंगे  मतदान का बहिष्कार
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 23 Jan 2017 09:10 PM
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मानव श्रृंखला बनाकर मनाया काला दिवस

इलाहाबाद प्रमुख संवाददाता

डा. बंसल के हत्यारों की गिरफ्तारी एक हफ्ते के भीतर नहीं हुई तो शहर के डॉक्टर, व्यापारी व वकील मतदान नहीं करेंगे। सोमवार को हुई बालसन चौराहे पर हुए आंदोलन के दौरान यह प्रस्ताव पारित किया गया।

हत्याकांड के विरोध मेंे इलाहाबाद सिटीजन फोरम के बैनर तले बालसन चौराहे पर मानवश्रृंखला बनाकर डॉक्टरों, व्यापारियों व वकीलों ने विरोध जताया। काला झंडे लहराते हुए पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारे भी लगाए। इन लोगों ने बालसन चौराहे व हनुमान मंदिर के पास की कई दुकानो को भी बंद कराया। महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास हुई बैठक में चुनाव बहिष्कार का प्रस्ताव रखा गया। सभी लोगों की सहमति से निर्णय हुआ कि अगर एक हफ्ते के भीतर हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई तो मतदान का बहिष्कार का किया जाएगा। एएमए के अध्यक्ष डॉ. आलोक मिश्र ने कहा कि अगर पुलिस इस हत्याकांड का खुलासा नहीं कर पा रही है तो सीबीआई को रेफर कर देना चाहिए। प्रशासन के अधिकारी भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। विरोध प्रदर्शन में डॉ. आलोक मिश्र, डॉ. सुशील सिन्हा, डॉ. त्रिभुवन सिंह, डॉ. राजकिशोर अग्रवाल, डॉ. राज बवेजा, डॉ. प्रवीन कपूर, डॉ. डीएन शुक्ल, राना चावला, विजय अरोरा, शिवशंकर सिंह, एमएच अहमद खान, अशोक सिंह, प्रेमजीत सिंह, रोहित सिंह, लालू मित्तल, नीरज गुप्ता, रमेश केसरवानी व तरंग अग्रवाल सहित दर्जनों लोग शामिल रहे। धीमी पड़ रही आंदोलन की गति, डॉक्टर उदासीनइलाहाबाद प्रमुख संवाददाताहत्याकांड के खुलासे की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को लेकर डॉक्टरों का जोश ठंडा पड़ रहा है। इससे व्यापारी व वकील भी हाथ पीछे खींच रहे हैं। इलाहाबाद मेडिकल एसोिएसएन के तीन सौ से अधिक डॉक्टर सदस्य है। एक हफ्ते तो डॉक्टर बड़ी तादाद में आंदोलन में भागीदारी करते रहे। पिछले सोमवार से ही आंदोलन में शामिल होने वाले डॉक्टरों की तादाद काफी कम हो गई। अब तो एएमए के अध्यक्ष डॉ. आलोक मिश्र, सचिव डॉ. त्रिभुवन सिंह व कुछ और पदाधिकारी ही किसी तरह से आंदोलन चला रहे हैं। डॉक्टरों की उदासीनता से व्यापारी, शिक्षक व वकील भी ठंडे पड़ गए हैं। निजी डॉक्टर तो अपने अस्पताल को संभालने में व्यस्त हैं। उनको फुर्सत ही नहीं है। हालांकि एएमए के पदाधिकारियों का कहना है कि हर शनिवार को उपवास सत्याग्रह किया जाएगा। जब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा।

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