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सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जांच को पहुंचे संयुक्त सचिव

सादाबाद विधायक देवेन्द्र अग्रवाल पर बेनामी पंप के आरोपों की जांच के लिए शनिवार को यहां केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के संयुक्त सचिव (मार्केटिंग) आशुतोष जिंदल आए। पूर्व सांसद सीमा...

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जांच को पहुंचे संयुक्त सचिव
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 03 Dec 2016 08:26 PM
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सादाबाद विधायक देवेन्द्र अग्रवाल पर बेनामी पंप के आरोपों की जांच के लिए शनिवार को यहां केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के संयुक्त सचिव (मार्केटिंग) आशुतोष जिंदल आए। पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जांच की जा रही है। दिल्ली से आई टीम दोपहर बाद जांच कर लौट गई। सीमा उपाध्याय बनाम भारत सरकार एवं अन्य के प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट ने बीती 26 अगस्त को जांच का आदेश दिया था। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाली तीन जजों की पीठ ने यह आदेश दिया था। यूपी के पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय की धर्मपत्नी व फतेहपुर सीकरी की पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय ने वर्ष 2007 में विधायक देवेन्द्र अग्रवाल की शिकायत की थी। देवेन्द्र अग्रवाल के नाम कई बेनामी पंप होने व मिलावट का आरोप लगाया था। इसमें जांच हुई थी। सीमा उपाध्याय ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की थी। इस पर सुनवाई के दौरान देश की शीर्ष अदालत ने तल्ख टिप्पणी की थी। पेट्रोल, डीजल में मिलावट पर चिंता व्यक्त की थी। अदालत ने यह भी कहा था कि राजनेताओं व कद्दावर लोगों के पेट्रोल पंप होने के कारण वे नियमों की परवाह नहीं करते हैं। कैरोसिन की मिलावट का गोरखधंधा करते हैं। कोर्ट ने सरकार से पेट्रोलियम मंत्रालय के संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी से जांच कराने के आदेश दिए थे। शनिवार की सुबह जांच के लिए आधा दर्जन से अधिक अधिकरियों की टीम संग संयुक्त सचिव पहुंचे। उन्होंने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में जांच की। पहले पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय ने बात की। उनके साथ उनके देवर व हाथरस जिला पंचायत अध्यक्ष विनोद उपाध्याय व उनके अधिवक्ता साथ गए। करीब बीस मिनट की बातचीत के बाद सपा विधायक देवेन्द्र अग्रवाल संयुक्त सचिव से मिले। उन्होंने जांच के बारे में अपने तथ्य पेश किए। संयुक्त सचिव ने मीडिया से बात करने से इंकार कर दिया। सांसद सीमा उपाध्याय ने भी बात नहीं की। वर्जन :::जो पंप और पेटी डीलर के लाइसेंस मेरे नाम नही हैं, वे भी शिकायत में मेरे नाम दर्शाए गए हैं। मिलावट का मेरे खिलाफ कोई मामला नहीं है। मैंने खुद कोर्ट से कहा था कि किसी भी एजेंसी से मेरी जांच करा लें। जांच टीम को आरोपों पर मैंने साक्ष्य दे दिए हैं। मेरी पंप का कभी कोई सेंपल फेल नहीं हुआ। मेरा खुला चैलेंज है। यदि मुझ पर आरोप सिद्ध हो जाएं तो मैं राजनीति से इस्तीफा दे दूंगा। --------देवेन्द्र अग्रवाल, सपा विधायक, सादाबाद।

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