सीएम योगी आदित्यनाथ का रहा है तालानगरी से नाता
मुख्यमंत्री चुने गए सांसद योगी आदित्यनाथ का तालानगरी से भी गहरा नाता रहा है। 10 साल पहले वह यहां गिलहराज मंदिर में दर्शन करने आए थे। साथ ही यहां उन्होंने अपने शिष्य कौशल महाराज से भी मुलाकात की। यह...
मुख्यमंत्री चुने गए सांसद योगी आदित्यनाथ का तालानगरी से भी गहरा नाता रहा है। 10 साल पहले वह यहां गिलहराज मंदिर में दर्शन करने आए थे। साथ ही यहां उन्होंने अपने शिष्य कौशल महाराज से भी मुलाकात की। यह मंदिर जहां नाथ संप्रदाय से संबंधित है, वहीं मंदिर के महंत कौशलनाथ योगी की संस्थाओं के पदाधिकारी भी हैं।
गिलहराज मंदिर के महंत कौशल महाराज ने बताया कि अचलताल स्थित गिलहराज जी महाराज के विग्रह की खोज महंत महेंद्र नाथ योगी महाराज ने की थी। वह नाथ सम्प्रदाय के परम सिद्ध योगी थे। उनको स्वप्न में हनुमान जी महाराज का साक्षात्कार हुआ था। उन्होंने ही ज्ञात किया कि हनुमान जी गिलहरी के रूप में प्रथम पूजा द्वापर युग में दाऊजी ने की थी। विश्व में सिर्फ गिलहराज जी महाराज का विग्रह केवल अलीगढ़ में ही है। उन्होंने बताया कि गोरक्ष पीठ और गिलहराज पीठ आपस में जुड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री चुने गए योगी आदित्यनाथ नाथ सम्प्रदाय से जुड़े लोगों से काफी स्नेह करते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों जब वह अपने साथियों के साथ योगी आदित्यनाथ की सभा में शामिल होने गोरखपुर पहुंचे तो एसपीजी ने उन्हें उनसे मिलने नहीं दिया। जब उनकी नजर मुझ पर पड़ी तो उन्होंने तुरंत अपने पास बुला लिया। उन्होंने पहले खाना खिलवाया और ठहरने की व्यवस्था भी कराई। इसके साथ ही गिलहराज मंदिर के बारे में भी जानकारी ली। कौशल महाराज ने बताया कि योगी आदित्यनाथ की संस्था अखिल भारतीय अवधूत योगी महासभा के वह यहां मंडलीय प्रतिनिधि हैं। साथ ही दूसरी हिन्दू वाहिनी के भी स्थानीय अध्यक्ष हैं। संस्था को लेकर उनसे अक्सर बात होती रहती है।