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Hindi Newsरमजान स्पेशल-सहरी और इफ्तारी बताएगा सूचक बल्ब

रमजान स्पेशल-सहरी और इफ्तारी बताएगा सूचक बल्ब

सुबह और शाम के अंधेरे में घरों की छतों और दरवाजों के बाहर आकर ताकती निगाहें। महज मस्जिद की ओर देखकर एक बल्ब जलने की आस। यह सब कुछ जो पिछले करीब 35 साल से हो रहा था, इस...

रमजान स्पेशल-सहरी और इफ्तारी बताएगा सूचक बल्ब
Mon, 29 May 2017 01:52 AM
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सुबह और शाम के अंधेरे में घरों की छतों और दरवाजों के बाहर आकर ताकती निगाहें। महज मस्जिद की ओर देखकर एक बल्ब जलने की आस। यह सब कुछ जो पिछले करीब 35 साल से हो रहा था, इस बार भी होगा। ऊपरकोट जामा मस्जिद की गुंबद पर इस बार लोगों को सहरी और इफ्तारी का समय बताएगा।ऊपरकोट जामा मस्जिद शहर की प्रमुख मस्जिदों में एक है। यहां पर तकरीबन 35 साल से गुंबद के ऊपर लगा एक छोटा सा बल्ब हमेशा ही लोगों को सहरी और इफ्तारी के सूचक के तौर पर रहा है। सुबह सहरी के समय बल्ब को जला दिया जाता है और शाम इफ्तार का समय होते ही बल्ब अपने प्रकाश से हर ओर खुशियां बिखेर देता था। मस्जिद के आस-पास के घरों के साथ-साथ दूर-दराज के मोहल्लों में रहने वाले लोग भी अपने घर की छत, खिड़कियों और दरवाजों से उस बल्ब के जलने का इंतजार देखते थे। सुबह बल्ब के जलने पर सहरी और शाम बल्ब जलने पर इफ्तारी की सूचना मिल जाती थी। बल्ब से रोजे के ऐलान के साथ ही अपना रंग बिखेरना शुरू कर दिया। ऊपरकोट जामा मस्जिद के व्यवस्थापक गुजलार अहमद ने बताया कि बल्ब सायरन के साथ जलाया जाता है। इससे लोगों को समय का पता चल जाता है।

रमजान के बाजार रहे गुलजार

रमजान का महीना हर मुस्लिम के लिए खास होता है। इसको और भी खास करने के लिए जहां महीनों से बाजारों में तैयारी चल रही थी, वहीं अब रमजान शुरू होने के साथ ही रौनक कुछ ज्यादा बढ़ गई है। शहर के प्रमुख बाजार सजे हुए हैं। दुकानों पर टोपियों, इत्र और बुर्के आदि की तमाम किस्में बााजरों की शोभा बनी हुई हैं। हालात यह हैं कि भीषण गर्मी के बावजूद भी बाजारों में भीड़ बढ़ गई है। शहर के प्रमुख बाजारों ऊपरकोट, शाहजमाल, अमीर निशां, शमशाद मार्केट में रमजान की धूम मची हुई है।

शिद्दत के साथ हुई तराबीह की नमाज

रमजान की शुरुआत के साथ ही मस्जिदों में तराबीह की नमाज शुरू हो गई है। रविवार को भी सभी मस्जिदों में शाम होते ही तराबीह की नमाज अदा की गई। इस अवसर पर मुस्लिम समाज के लोगों ने पूरी शिद्दत के साथ अल्लाहताला की राह में अर्जियां दीं।

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