केबल ऑपरेटर्स कर रहे मनोरंजन कर की चोरी
मनोरंजन कर अधिकारियों की लापरवाही से जनपद के मनोरंजन कर विभाग को लाखों रुपये का चूना लग रहा है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी जनपद में एनॉलाग सिस्टम में केबल दिखाए जाने का सिलसिला थम नहीं रहा।...
मनोरंजन कर अधिकारियों की लापरवाही से जनपद के मनोरंजन कर विभाग को लाखों रुपये का चूना लग रहा है। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी जनपद में एनॉलाग सिस्टम में केबल दिखाए जाने का सिलसिला थम नहीं रहा। जनपद के देहातों में लगभग 20 हजार कनेक्शन अब भी अवैध तरीके से चलाए जा रहे हैं। इससे मनोरंजन कर विभाग को लाखों रुपये के कर का चूना लग रहा है।
जनपद के मनोरंजन कर अधिकारियों की लापरवाही अब विभाग को भारी पड़ रही है। जनपद में लाखों रुपए के मनोरंजन कर की चोरी अधिकारियों के ही नाक के नीचे की जा रही है, लेकिन उनके द्वारा कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही। जबकि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के तहत 31 मार्च 2017 तक एनॉलाग सिस्टम के तहत चलने वाले केबल नेटवर्क को बंद किया जाना था, लेकिन जनपद के तमाम देहातों में आज भी एनॉलाग सिस्टम से ही केबल नेटवर्क दिखाए जा रहे हैं। सेट टॉप बॉक्स लगाने में केबल ऑपरेटर्स द्वारा दिलचस्पी नहीं दिखाई जा रही। बता दें कि केबल ऑपरेटर्स द्वारा एनॉलाग सिस्टम के तहत उपभोक्ताओं की संख्या काफी कम दिखाई जाती है, लेकिन सेट टॉप बॉक्स लगाए जाने के बाद वे कनेक्शनों की संख्या छुपा नहीं सकते। ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि मनोरंजन कर विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से ये खेल चल रहा है। हालांकि एनॉलाग सिस्टम बंद कराए जाने के लिए मनोरंजन कर अधिकारियों द्वारा स्टाफ व फोर्स न होने की बात कही जाती रही है।
जनपद काफी बड़ा है, और मैं अकेला अधिकारी हूं। मेरे भी संज्ञान में आया था कि कुछ जगह एनॉलाग सिस्टम चलाया जा रहा है। हमने इसे लेकर कई केबल ऑपरेटर्स को चेतावनी दी है। इसे निश्चित ही बंद कराया जाएगा।
-नेत्रपाल सिंह, प्रभारी मनोरंजन कर अधिकारी, हाथरस