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सेल्फी लेने पहुंचे दो भाइयों की चंबल में डूबने से मौत

नंदगवां घाट पर सेल्फी लेने पहुंचे दो चचेरे भाइयों की रविवार को चंबल नदी में डूबने से मौत हो गई। घाट पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय गोताखोरों ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों चचेरे भाइयों के शवों को बाहर...

सेल्फी लेने पहुंचे दो भाइयों की चंबल में डूबने से मौत
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 23 Apr 2017 08:20 PM
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नंदगवां घाट पर सेल्फी लेने पहुंचे दो चचेरे भाइयों की रविवार को चंबल नदी में डूबने से मौत हो गई। घाट पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय गोताखोरों ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों चचेरे भाइयों के शवों को बाहर निकला। परिजनों में कोहराम मच गया। घटना रविवार सुबह करीब 10 बजे की है। नंदगवां गांव निवासी वीर सिंह का 18 साल का पुत्र शैलेंद्र, उसका चचेरा भाई जितेंद्र (20) उर्फ टिन्ना पुत्र भगत सिंह 20, गांव के ही रोहन तथा गोलू नंदगवां घाट पर चंबल नदी में नहाने पहुंचे। वहां चारों ने काफी देर तक पुल निर्माण के लिए बने प्लेटफार्म पर अपने मोबाइलों से सेल्फी ली। इस बीच शैलेंद्र और जितेंद्र नहाने के लिए प्लेटफार्म से चंबल में कूद गए। वहां गहरा गड्ढा होने के कारण दोनों वहां पानी के बहाव में फंस गए। दोनों भाइयों को डूबता देख घाट पर मौजूद रोहन तथा गोलू ने शोर मचाया। परिजनों को सूचना दी। परिजन मौके पर पहुंच गए। स्थानीय गोताखोरों को बुलाया गया। गोताखोरों ने दो घंटे बाद चंबल नदी से शैलेंद्र तथा जितेंद्र के शवों को बाहर निकाला। घरवालों का बुरा हाल शैलेन्द्र की मां बबिता तथा जितेन्द्र की मां बीना का रो-रो कर बुरा हाल है। उनके आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। दोनों परिवारों में कोहराम मचा है। शैलेंद्र तीन बहनों के बीच अकेला भाई था। गांव के कई घरों में नहीं जले चूल्हे बाह। चंबल नदी में डूबने से दो भाइयों की मौत से पूरे नंदगवां गांव में शोक है। कई घरों में चूल्हे तक नही जले। पढ़ाई में होनहार थे दोनों युवक बाह। जितेंद्र और शैलेंद्र पढ़ाई में होनहार थे। जितेंद्र ने इस साल कक्षा 11 की परीक्षा दी है। जबकि शैलेंद्र ने मध्य प्रदेश बोर्ड से पढ़ाई कर रहा है। उसने इस साल कक्षा नौ की परीक्षा दी थी।

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