फिरोजाबाद में लोन माफी के लिए लगाया जाम
नोटबंदी के कारण बैंकों पर लम्बी कतारें लगी हैं फिर भी कतार में लगने वालों को रुपये नहीं मिल पा रहे हैं। वहीं महिलाओं के समूह बनाकर लोन देने वाली संस्था संचालक उन पर किस्त अदा करने का दबाव बना रहे...
नोटबंदी के कारण बैंकों पर लम्बी कतारें लगी हैं फिर भी कतार में लगने वालों को रुपये नहीं मिल पा रहे हैं। वहीं महिलाओं के समूह बनाकर लोन देने वाली संस्था संचालक उन पर किस्त अदा करने का दबाव बना रहे हैं। उत्पीड़न से निजात दिलाने एवं लोन माफ कराने की मांग को लेकर शुक्रवार को महिलाएं हाईवे पर आ गई। महिलाओं ने जाम लगाकर तीखी नारेबाजी की।
समूह का सदस्य बनाकर सैटिन क्रेडिट केयर नेटवर्क एवं जन लक्ष्मी योजना टूण्डला द्वारा सदस्य महिलाओं को लोन दिया गया है। लोन देने वाली संस्था हर माह महिलाओं से किस्त की धनराशि ब्याज सहित वसूलती है, लेकिन लोन लेकर घरों में चूड़ी का काम करने वाली महिलाएं नोटबंदी से परेशान हैं। समस्या से जूझने के कारण वह किस्त अदा नहीं कर पा रही हैं। महिलाओं का आरोप है कि संस्था के प्रतिनिधि पर किस्त अदा करने के लिए दबाव बना रहे हैं। ऐसे में वह किस्त की धनराशि अदा करने के लिए नए नोट कहां से लाएं।
उत्पीड़न की शिकार महिलाओं का आक्रोश शुक्रवार को फूट पड़ा। महिलाएं नारेबाजी करते हुए नए वाइपास पर पहुंच गई। महिलाओं ने नारेबाजी करते हुए सड़क पर जाम लगा दिया। महिलाएं लोन मॉफ कराने एवं संस्था संचालक के प्रतिनिधियों के उत्पीड़न से निजात दिलाने की मांग कर रही थी। महिलाएं करीब दो घण्टे तक सड़क पर डटी रहीं। इस दौरान सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। मौके पर पहुचे पुलिस प्रशासन ने महिलाओं को समझाकर किसी तरह जाम खुलवाया।
डीएम से मिलीं महिलाएं, सुनाया दुखड़ा
फिरोजाबाद। समूह बनाकर महिलाओं को लोन देने वाली संस्थाओं के संचालकों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए समूह की सदस्य महिलाओं ने जिलाधिकारी राजेश प्रकाश से मुलाकात की। महिलाआं ने जिलाधिकारी से कहा कि नोटबंदी के कारण उनके पास इस समय पैसे का अभाव है। बैंकों में लाइन लगाने के बाद भी खाते से अपेक्षित धनराशि नहीं मिल पा रही है। वहीं लोन देने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधि उन पर ब्याज सहित किस्त अदा करने के लिए दबाव बना रहे हैं। उन लोगों को संस्था के प्रतिनिधियों के उत्पीड़न से मुक्त कराया जाए।