फोटो गैलरी

Hindi Newsचिर निद्रा में लीन हुए आजादी के सेनानी कालीचरन

चिर निद्रा में लीन हुए आजादी के सेनानी कालीचरन

सुहागनगरी में जंग ए आजादी के सेनानी कालीचरन गुप्ता चिर निद्रा में लीन हो गए। जीवन के 97 बसंत देख चुके कालीचरन ने अपने निज निवास पर अंतिम सांस ली। उन्होंने अपने इकलौते पुत्र के साथ भरा पूरा परिवार...

चिर निद्रा में लीन हुए आजादी के सेनानी कालीचरन
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 02 May 2017 09:50 PM
ऐप पर पढ़ें

सुहागनगरी में जंग ए आजादी के सेनानी कालीचरन गुप्ता चिर निद्रा में लीन हो गए। जीवन के 97 बसंत देख चुके कालीचरन ने अपने निज निवास पर अंतिम सांस ली। उन्होंने अपने इकलौते पुत्र के साथ भरा पूरा परिवार छोड़ा है।

नगर के श्याम नगर चंदवार गेट निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कालीचरन गुप्ता (97) का मंगलवार को सुबह आठ बजे निज निवास पर आकस्मिक निधन हो गया। तबियत खराब होने पर उन्हें ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। सेनानी के निधन की जानकारी होने पर उनके नाते रिश्तेदारों का घर पर तांता लग गया। भाजपा विधायक शिकोहाबाद मुकेश वर्मा, भाजपा महानगर अध्यक्ष कन्हैया लाल गुप्ता, कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष गुलाम जिलानी, तहसीलदार सदर सतीश चंद्र समेत कई सियासी दलों, सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं व अधिवक्ताओं ने सेनानी के आवास पर पहुंच कर शोक संवेदना व्यक्त की।

सेनानी ने की कई बार जेल यात्रा

फिरोजाबाद। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कालीचरन गुप्ता ने अंग्रेजों के चंगुल से आजाद कराने के लिए कई बार जेल यात्राएं की। कालीचरन 18 मार्च 1941 को व्यक्तिगत सत्याग्रह करते जेल गए। आठ अप्रैल 1941 को उन्हें आठ माह की कैद व 50 रुपये जुर्माने की सजा हुई। जुर्माना न देने पर चार माह की अतिरिक्त सजा भुगतनी पड़ी। वे भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान 17 सितम्बर 1942 को गिरफ्तार हुए और 19 फरवरी 1944 तक जेल में नजरबंद रहे। 1944 के बाद पुन: पकड़े गए तो 1946 तक जेल में कैद रहे।

अटल बिहारी के साथ जेल में रहे कालीचरन

फिरोजाबाद। सेनानी के पुत्र सुरेश चंद्र गुप्ता एडवोकेट ने बताया कि उनके पिता कालीचरन ने आगरा सेंट्रल जेल में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ भी रहे। इसके अलावा उन्होंने फतेहगढ़ जेल में कई साल बिताए थे।

सेनानी के नाम पर पार्क बनाने की मांग उठाई

फिरोजाबाद। सेनानी के परिजनों ने प्रशासन से शहर में उनके नाम पर पार्क के लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग की है ताकि उनकी एक यादगार अपने नगर में बनीं रहे। सेनानी के अधिवक्ता पुत्र सुरेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि दोपहर में घर पर आए लेखपाल के माध्यम से उन्होंने अपनी मांग प्रशासन तक पहुंचा दी है।

राष्ट्रपति ने भी किया था सेनानी का सम्मान

फिरोजाबाद। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कालीचरन का देश के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने नौ अगस्त 2015 को राष्ट्रपति भवन में समारोहपूर्वक सम्मान किया था।

आज होगा अंतिम संस्कार

फिरोजाबाद। पुत्र सुरेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि उनके पिता का अंतिम संस्कार बुधवार को सुबह आठ बजे किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनके परिवार के कई लोग इंदौर में रहते हैं। उनके आने का इंतजार किया जा रहा है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें