फिरोजाबाद में अपहृत उद्योगपति संजय मित्तल छह घंटे में मुक्त
शहर के प्रमुख उद्योगपति का उनके चालक समेत बाइक सवार बदमाशों ने मौटी फिरौती वसूलने के लिए अपहरण कर लिया। बदमाश पुलिस की वर्दी में थे। सब कुछ फिल्मी अंदाज में हुआ। उन्होंने चोरी की बाइक इस्तेमाल की और...
शहर के प्रमुख उद्योगपति का उनके चालक समेत बाइक सवार बदमाशों ने मौटी फिरौती वसूलने के लिए अपहरण कर लिया। बदमाश पुलिस की वर्दी में थे। सब कुछ फिल्मी अंदाज में हुआ। उन्होंने चोरी की बाइक इस्तेमाल की और उद्योगपति को उन्हीं की गाड़ी में अगवा कर ले भागे। पुलिस की नाकेबंदी के बीच छह घंटे बाद उन्हें मुक्त कर लिया गया।
उद्योगपति संजय मित्तल (45) पुत्र सतीश प्रकाश मित्तल निवासी गणेश नगर थाना उत्तर शुक्रवार की दोपहर करीब 11:30 बजे अपनी इनोवा (यूपी 83 एक्स 0194) से चालक बबलू निवासी अरमरा जट्ट थाना मक्खनपुर के साथ घर से निकले थे। थाना दक्षिण के नगला भाऊ पर जैसे ही हाईवे से दूसरी साइड मुड़े, खाकी वर्दी पहने बाइक सवार दो बदमाशों ने उनको ओवरटेक कर रोक लिया। उन्होंने संजय से गाड़ी खोलने को कहा। संजय बाहर निकले और फिर बदमाशों ने उन्हें काबू में कर लिया और चालक समेत उन्हीं की गाड़ी से अगवा किया और अपनी बाइक छोड़कर भाग निकले। ये घटनाक्रम दूर खड़े एक युवक ने देखा और डायल 100 पर फोन कर बताया कि एक बाइक चालू हालत में हाईवे पर खड़ी है और दो लोग किसी इनोवा सवार को ले गए हैं। इस पर पुलिस मामले में दो घंटे बाद सक्रिय हुई। डीएम नेहा शर्मा, एसएसपी अजय कुमार इस मामले के खुलासे में लग गए और टीमों के साथ टूंडला क्षेत्र में डेरा डाल दिया।
करीब छह बजे उद्योगपति टूंडला की कृष्णा विहार कालोनी में पैदल भागते हुए शिक्षक विजय सिंह पुत्र नाहर सिंह के मकान पर पहुंचे और खुद का परिचय देते हुए बचाने की गुहार लगाई। परिवार के सदस्यों ने देखा एक स्कूटी पर दो लोग पिस्टल लहराते हुए आ रहे थे और दो लोग पैदल ही उनका पीछा कर रहे थे। परिवार ने घर के अंदर उन्हें बंद कर लिया और पुलिस को सूचना दे दी। एसएसपी ने मौके से आकर उन्हें घर से बरामद कर लिया और नाकेबंदी कर आगरा के बदमाश उस्मान पुत्र फकीरा निवासी बालाजीपुर शाहगंज आगरा को दबोच लिया। उसके पांच साथी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए हैं जिनकी तलाश की जा रही है। वहीं उद्योगपति की इनोवा गाड़ी और चालक दोनों लापता हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार बड़ी फिरौती वसूलने की प्लानिंग थी।