फोटो गैलरी

Hindi Newsकिन्नरों ने बाबा विश्वनाथ से लिया आशीर्वाद, आज करेंगे पिंडदान

किन्नरों ने बाबा विश्वनाथ से लिया आशीर्वाद, आज करेंगे पिंडदान

किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर के नेतृत्व में विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन अन्नपूर्णा दरबार भी पहुंचे, गंगा पूजन किया पिशाचमोचन कुण्ड पर करेंगे पितरों का तर्पण वाराणसी। हिन्दुस्तान संवाद किन्नर...

किन्नरों ने बाबा विश्वनाथ से लिया आशीर्वाद, आज करेंगे पिंडदान
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 23 Sep 2016 09:44 PM
ऐप पर पढ़ें

किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर के नेतृत्व में विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन अन्नपूर्णा दरबार भी पहुंचे, गंगा पूजन किया पिशाचमोचन कुण्ड पर करेंगे पितरों का तर्पण वाराणसी। हिन्दुस्तान संवाद किन्नर अखाड़े (उज्जैन) के महामण्डलेश्वर आचार्य लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी के नेतृत्व में किन्नरों ने शुक्रवार को विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया। बाबा से मौजूदा जीवन से मुक्ति की गुहार लगाई। उन्होंने मां अन्नपूर्णा का भी दर्शन पूजन किया। महामंडलेश्वर के साथ किन्नर पीठों के प्रमुख एवं अनुयायी शाम पांच बजे विश्वनाथ मन्दिर पहुंचे और आम भक्तों की तरह बाबा का दर्शन पूजन किया। अर्चक श्रीकान्त मिश्र ने काशी पुराधिपति का 11 लीटर दूध से अभिषेक करवाया। उनको अंग वस्त्र और बाबा का प्रसाद आशीर्वाद के रूप में भेंट किया किया। इसके बाद किन्नरों का दल अन्नपूर्णा मंदिर पहुंचा। वहां कुमकुम पूजन किया। मन्दिर के उप महन्थ शंकरपुरी ने उन्हें अंगवस्त्रम भेंट किया । पूजन में आचार्य अजय दास, महंत भवानी मां दिल्ली, पीठाधीश्वर लखनऊ सुधा तिवारी, दिल्ली महंथ ट्विंकल और तमाम अखाड़े के सन्त साथ रहे। गंगा आरती में हुए शामिल महामंडलेश्वर पैदल ही शीतला घाट पहुंचे। पांच वैदिक ब्राह्मणों ने गंगा पूजन व दुग्धाभिषेक करवाया। इसके बाद गंगा आरती में शामिल। इस दौरान महामंडलेश्वर से आशीर्वाद लेने के लिए महिलाओं व पुरुषों की खासी भीड़ रही। गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक बाबू महाराज ने उन्हें अंगवस्त्र, रुद्राक्ष की माला व प्रतीक चिह्न भेंट किया। जरूरत पड़ी तो किन्नर भी पाकिस्तान से लड़ेंगे महामंडलेश्वर ने कहा कि देश की रक्षा के लिए जरूरत पड़ी तो किन्नर भी सेना के साथ पाकिस्तान का मुहतोड़ जबाब देंगे। जाति, धर्म के नाम पर देश में दंगा करने वालों को उसी के भाषा में जवाब देगें । पिण्डादान में शामिल होंगे सैकड़ों किन्नर पहली बार किन्नर अपने पितरों पिण्डदान करेंगे। शनिवार को सुबह 10.30 बजे से पिशाचमोचन कुण्ड पर श्राद्ध शुरू हो जाएगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, दिल्ली एवं राजस्थान आदि प्रदेशों से किन्नर आए हुए हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें