फोटो गैलरी

Hindi Newsमानस में मन को स्वच्छ करने का रस : राजेश्वरानंद

मानस में मन को स्वच्छ करने का रस : राजेश्वरानंद

दुर्गाकुण्ड स्थित श्री हनुमान प्रसाद अंध विद्यालय परिसर में शुक्रवार से श्री भाईजी जयंती महोत्सव का आरंभ हुआ। प्रसिद्ध रामायणी राजेश्वरानंद जी महाराज ने श्रीरामकथा सुनाई। आरंभ में भाईजी के चित्र पर...

मानस में मन को स्वच्छ करने का रस : राजेश्वरानंद
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 23 Sep 2016 07:32 PM
ऐप पर पढ़ें

दुर्गाकुण्ड स्थित श्री हनुमान प्रसाद अंध विद्यालय परिसर में शुक्रवार से श्री भाईजी जयंती महोत्सव का आरंभ हुआ। प्रसिद्ध रामायणी राजेश्वरानंद जी महाराज ने श्रीरामकथा सुनाई। आरंभ में भाईजी के चित्र पर माल्यार्पण और मंगलाचरण के साथ हुआ।कथा व्यास ने कहा कि मानस में मन को स्वच्छ करने का रस भरा है। मानवीय मूल्यों की एक मुश्त कथा का नाम ही श्री रामकथा है। स्वस्थ राजनीति, कूटनीति, प्रत्येक प्रकार की विकसित व अविकसित नीतियां को सार मानस में निहित है। कथा महत्म्य के अनंतर व्यास ने कहाकि श्रीराम का अवतरण सदैव अधर्म के नाश के लिए ही होता है। अधर्म की पराकाष्ठा और जीवों की त्राहि-त्राहि सुनकर ही प्रभु का अवतरण होता है। व्यासपीठ का पूजन नागर प्रसाद दाधीज, किशन जालान, नंद किशोर सारड़ा, मूलराज शर्मा, श्याम सुन्दर प्रसाद आदि ने किया। सभी का अभिनंदन संयोजक अखिलेश खेमका ने किया।श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार स्मृति सेवा ट्रस्ट की ओर से आयोजित महोत्सव में 29 सितम्बर तक अपराह्न चार से शाम सात बजे तक रसमय कथा होगी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें