उरई में सीआरपीएफ जवान जहरखुरानी गिरोह का शिकार
उरई में दो दिन से लापता सीआरपीएफ जवान जहरखुरानी गिरोह का शिकार हो गया है। वह शुक्रवार को ड्यूटी जाने के लिए बस से झांसी जा रहा था। जहां उसको श्रीनगर के लिए ट्रेन पकड़नी थी। बीच रास्ते में गिरोह के...
उरई में दो दिन से लापता सीआरपीएफ जवान जहरखुरानी गिरोह का शिकार हो गया है। वह शुक्रवार को ड्यूटी जाने के लिए बस से झांसी जा रहा था। जहां उसको श्रीनगर के लिए ट्रेन पकड़नी थी। बीच रास्ते में गिरोह के सदस्यों ने नशीली चाय पिलाकर जवान को बेहोश कर दिया और उसका बैग उठा ले गए। बेहोशी की हालत में कंडेक्टर ने झांसी बस स्टैंड पर जवान को उतार दिया। फोन स्वीच ऑफ होने से हलकान परिवारीजनों ने झांसी के नवाबाद थाने और जीआरपी में तलाश की। होश आने के बाद सोमवार देर शाम को सीआरपीएफ का जवान घर लौट और घटना की जानकारी दी।
माधौगढ़ के डिकौली गांव में रहने वाले देवी चरण का बेटा सत्यम (33) सीआरपीएफ का जवान है। मौजूदा समय में सत्यम की पोस्टिंग जम्मू- कश्मीर के श्रीनगर में है। देवीचरण ने बताया कि दीपावली की छुट्टी मनाकर शुक्रवार को सत्यम ड्यूटी पर जाने के लिए घर से निकला था। उसने उरई से झांसी के लिए बस पकड़ी। वहां से उसका श्री नगर के लिए रिजर्वेशन था। रास्ते में सत्यम की दोस्ती दो अंजान लोगों से हो गई।
बातचीत के दौरान एट के पास सत्यम ने दोनों के साथ नशीली चाय पी। उसके बाद से सत्यम को होश नहीं आया। मोबाइल स्वीच ऑफ होते ही परिवारीजन परेशान हो उठे। दो दिन से सत्यम के लापता होने पर पिता देवी चरण ने झांसी के नवाबाद थाना और जीआरपी में जानकारी हासिल की। उसके बावजूद सत्यम की बटालियन पर पता किया। कुछ पता नहीं चलने पर घर लौट आए। दो दिन बाद होश में आने के बाद सत्यम घर लौट आया है। उसका कहना है कि जहरखुरान गिरोह के सदस्य बैग उठा ले गए, जिसमें उसके जरूरी दस्तावेज और कपड़े थे। हालांकि अभी तक परिवारीजनों ने स्थानीय पुलिस को सूचना नहीं दी।