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सलोन में दवा खाने से एक दर्जन छात्र-छत्राएं बीमार

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को एक मदरसे में खिलाई गई दवा से एक दर्जन छात्र-छत्राएं बीमार हो गए। दवा खाते ही बच्चों को उल्टियां शुरू हो गईं। छात्र-छात्राओं की हालत...

सलोन में दवा खाने से एक दर्जन छात्र-छत्राएं बीमार
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 28 Feb 2017 08:11 PM
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राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को एक मदरसे में खिलाई गई दवा से एक दर्जन छात्र-छत्राएं बीमार हो गए। दवा खाते ही बच्चों को उल्टियां शुरू हो गईं। छात्र-छात्राओं की हालत बिगड़ते ही मदरसे में हड़कंप मच गया। सभी को पीएचसी ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद सभी को घर भेज दिया गया।

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर जिले में सघन अभियान चलाया गया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम सुबह लगभग 11 बजे ही कोतवाली क्षेत्र के रतासों गांव स्थित एक मदरसा पहुंची। टीम ने बच्चों को पेट में कीड़ा मारने वाली दवा खिलाई। दवा खाने के थोड़ी देर बाद ही करीब दर्जन भर बच्चों को उल्टी शुरू हो गई।

आनन-फानन बच्चों को कस्बे के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। बीमार बच्चों में अधिकतर छात्राएं थीं। छात्र तहसीन (10 वर्ष) पुत्री अशफाक निवासी किठावां, हेरा (7 वर्ष) पुत्री मो. अय्यूब निवासी अतागंज, शबाना (13 वर्ष) पुत्री याकूब, नाजिया (12 वर्ष) पुत्री अनवर निवासी किठावां का भर्ती कर इलाज किया गया। बाकी को इलाज के बाद घर भेज दिया गया। अचानक दर्जनों बच्चों के बीमार होने की जानकारी होते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।

प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. पी.के. बैसवार ने बताया कि खाली पेट दवा देने से बच्चों की हालत बिगड़ी है। यह दवा खाना खाने के बाद रात में दी जानी चाहिए। उनके मुताबिक, सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। उपचार के बाद सभी को घर भेज दिया गया है।

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