फोटो गैलरी

Hindi News350 वें प्रकाशपर्व का आयोजन मिसाल पेश करेगा

350 वें प्रकाशपर्व का आयोजन मिसाल पेश करेगा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि श्री गुरु गोविंद सिंह के 350वें प्रकाशपर्व पर पटना में भव्य और शानदार आयोजन होगा। यह देश में मिसाल कायम करेगा। कई सालों से इसकी तैयारी चल रही है। 30 दिसंबर 2016 से...

350 वें प्रकाशपर्व का आयोजन मिसाल पेश करेगा
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 21 Sep 2016 06:44 PM
ऐप पर पढ़ें

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि श्री गुरु गोविंद सिंह के 350वें प्रकाशपर्व पर पटना में भव्य और शानदार आयोजन होगा। यह देश में मिसाल कायम करेगा। कई सालों से इसकी तैयारी चल रही है। 30 दिसंबर 2016 से दस जनवरी 2017 तक कार्यक्रम होंगे, जिसमें हजारों की तादाद में दुनिया भर के श्रद्धालु भाग लेंगे। श्री गुरु गोविंद सिंह का प्रकाश (जन्म) पटना में हुआ था। यह हम सभी के लिए गौरव की बात है।

श्रद्धालुओं के रहने-खाने-ठहने का खास इंतजाम : मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकाशपर्व पर देश और दुनिया से पटना आने वालों श्रद्धालुओं को किसी तरह की कठिनाई नहीं हो, इसके लिए हम सभी संकल्पित हैं। राज्य सरकार इसे अपना दायित्व समझती है। सभी के ठहरने, खाने-पीने और आवागमन की सुविधा के खास इंतजाम किए जा रहे हैं। सभी कार्य राज्य सरकार अपने खर्च पर कर रही है।

बुधवार को अंतरराष्ट्रीय प्रेस कान्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना साहिब में स्थित तख्त हरिमंदिर जाने वाले सभी पथ संकरा हैं। इसलिए आवागमन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सात साल पहले योजना बनाई गई थी। हमलोग जानते थे कि अशोक राजपथ से अकेले काम नहीं चलेगा। इसलिए बाइपास से सीधा संपर्क देने के लिए मुख्य रेलवे लाइन पर ओवर ब्रिज बनाया गया। राज्य सरकार ने अपने खर्च से रेलवे की सहमति से पुल का निर्माण किया। पटना साहिब के अंदर जितनी भी सड़के हैं, जो तख्त हरि मंदिर साहिब की ओर जाती है, सभी के चौड़ीकरण पर ध्यान दिया गया।

गांधी मैदान में होगा मुख्य कार्यक्रम : मुख्यमंत्री ने कहा कि आयोजन को लेकर मेरे स्तर से चार बैठकें हो चुकी हैं। कई विभागों, पटना प्रशासन और पुलिस प्रशासन के समन्वन से काम हो रहा है। सरकार पूरे मनोयोग से लगी हुई है। जो भी यहां आएं महसूस करें कि यहां की व्यवस्था ठीक है। इसके लिए गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के साथ भी मीटिंग होती रही है। समय के पहले ये सारे काम हो जाएंगे।

श्रद्धालुओं के लिए दो स्थानों पर टेंट सिटी

उन्होंने कहा कि जुलूस को बिजली के तार से कोई दिक्कत नहीं हो, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा। गांधी मैदान में मुख्य कार्यक्रम होगा, जिसमें 20 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। बाइपास की ओर टेंट सिटी बनेगी। वाहन रखने की भी व्यवस्था होगी। कंगन घाट पर भी टेंट सिटी बनाने की योजना है। हर जगह आवागमन में कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। गुरुद्वारा के अंदर का आयोजन उनका अपना है, पर उसमें भी पूरा सहयोग राज्य सरकार दे रही है। वहां भी लोगों को आने-जाने में कोई दिक्कत नहीं हो, इसकी तैयारी की जा रही है।

इस मौके पर पर्यटन मंत्री अनीता देवी, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, डीजीपी पीके ठाकुर, पूर्व मुख्य सचिव और आयोजन समिति के अध्यक्ष जीएस कंग, मंत्रिमंडल सचिवालय के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर आदि उपस्थित थे।

पूरा बिहार इसमें शामिल होगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकाशपर्व में पूरा बिहार शामिल होगा। नई पीढ़ी को गुरु गोविंद सिंह की जीवनी और उनके संदेश की जानकारी मिल सके इसके लिए विशेष अभियान बिहार में चलेगा। उनकी जीवनी पर बनी छोटी फिल्म दिखायी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रकाशपर्व के मौके पर आप सभी बिहार के वातावरण को देखेंगे। पूरा बिहार प्रकाशपर्वमय हो जाए, ऐसा हमलोगों का विचार है। इसी क्रम में तीन दिनों के राजकीय अवकाश रखने का भी निर्णय हुआ है।

केंद्र सहयोग करता तो और बेहतर होता

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकाशपर्व के आयोजन में मदद के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को छह साल पहले पत्र भेजा था। तत्कालीन प्रधानमंत्री से भी मैं मिल कर सहयोग मांगा था। लेकिन केंद्र सरकार ने इसमें दिलचस्पी नहीं ली। केंद्र की मदद मिलती तो पटना शहर के विकास में और काम होते। लेकिन इसको लेकर हमारी किसी से कोई शिकायत नहीं है। राज्य सरकार अपनी क्षमता के अनुसार आयोजन की तैयारी कर रही है।

और क्या-क्या होगा

- सिख और गांधी सर्किट बनेगा, जिसकी तैयारी चल रही है।

- प्रकाशपर्व केंद्र बनेगा, जिसमें गुरु गोविंद सिंह की जीवनी पर संग्रहालय होगा, सभागार भी होंगे।

- पटना साहिब में गंगा किनारे रेलवे टर्मिनल बन रहा।

- मोबाइल एप लांच होगा, जिससे पटना साहिब आने वालों को सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी।

- पटना साहिब और राजेंद्र नगर स्टेशन पर पर्यटक सुविधा केंद्र बनेगा।

- सिख अनुसंधान केंद्र का निर्माण हो रहा।

- कई यादगार स्मारक भी बनेंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें