फोटो गैलरी

Hindi Newsगांवों में प्रतिभा की कमी नहीं : चेयरमैन

गांवों में प्रतिभा की कमी नहीं : चेयरमैन

सुपर 30 में बुधवार को सीबीएसई के चेयरमैन राजेश चतुर्वेदी गुरु की भूमिका में दिखे। बारिश के बावजूद वे बच्चों से मिलने पहुंचे। वहां उन्होंने वेद व पुराण को गणित के क्रम में इस तरह समझाया, जैसे कोई...

गांवों में प्रतिभा की कमी नहीं : चेयरमैन
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 28 Sep 2016 08:28 PM
ऐप पर पढ़ें

सुपर 30 में बुधवार को सीबीएसई के चेयरमैन राजेश चतुर्वेदी गुरु की भूमिका में दिखे। बारिश के बावजूद वे बच्चों से मिलने पहुंचे। वहां उन्होंने वेद व पुराण को गणित के क्रम में इस तरह समझाया, जैसे कोई गणितज्ञ गणित के सवालों को हल करता है।

राजेश चतुर्वेदी ने जाते-जाते कहा कि गांव में भी प्रतिभा की कमी नहीं है। वहां के बच्चों को भी एक प्लेटफॉर्म मिले, इसके लिए सुपर 30 की तर्ज पर उन बच्चों को भी जोड़ना चाहता हूं, ताकि उनका भी विकास हो। उन्होंने बताया कि सुपर 30 आने का एक और मकसद था। यह देखना चाहता था कि देश की सबसे कठिन परीक्षा में 30 के 30 बच्चे कैसे सफलता हासिल करते हैं। सबसे पहले बच्चों ने उनका स्वागत फूल का माला पहना कर किया। इसके बाद सुपर 30 के आनंद कुमार ने सीबीएसई के अधिकारियों का स्वागत किया। मौके पर सीबीएसई के संयुक्त सचिव मनोज श्रीवास्तव, उप निदेशक नेहा शर्मा भी मौजूद थीं।

चला सवाल-जवाब का दौर

कार्यक्रम के अंत में बच्चों ने अध्यक्ष से सवाल भी पूछे। छात्र रवि ने पूछा कि बच्चे स्कूल जाते हैं और वहीं के शिक्षक से ट्यूशन पढ़ते हैं यह कैसी शिक्षा है? इस पर अध्यक्ष ने कहा कि प्रतिभा एक जैसी नहीं होती। शिक्षा का स्तर बहुत बढ़ गया है, लेकिन गुणवत्ता वहीं की वहीं है। स्कूल में जो पढ़ाई होती है उस स्तर की नहीं होती। बच्चों के कौशल विकास की जरूरत है। एक छात्र ने सवाल किया कि सीबीएसई स्कूल शिक्षा का व्यवसाय कर रहे हैं क्यों? इस पर अध्यक्ष ने कहा कि हर कोई अपने बच्चे को अंग्रेजी स्कूल में पढ़ाने की ख्वाहिश रखते हैं। 1990 के बाद अधिकतर स्कूल ने स्टेट बोर्ड की बजाए सीबीएसई से मान्यता ली। उनका मानना था कि बच्चे यहां पढ़ेंगे तो आगे जाएंगे। अगर विदेशों की तरह यहां भी सरकारी स्कूलों की शिक्षा को मजबूत बनाए तो शिक्षा का व्यावसाय नहीं होगा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें