फोटो गैलरी

Hindi Newsकोच को हटाने से खिलाड़ियों को परेशानी होती है : सरदार

कोच को हटाने से खिलाड़ियों को परेशानी होती है : सरदार

भारतीय हॉकी कप्तान सरदार सिंह ने स्वीकार किया कि कोचों को बदलने से खिलाड़ियों को दिक्कत आती है लेकिन कहा कि हालिया घटनाक्रम से अगले साल होने वाले ओलंपिक खेलों में टीम की संभावनाओं पर असर नहीं...

कोच को हटाने से खिलाड़ियों को परेशानी होती है : सरदार
एजेंसीFri, 31 Jul 2015 03:44 PM
ऐप पर पढ़ें

भारतीय हॉकी कप्तान सरदार सिंह ने स्वीकार किया कि कोचों को बदलने से खिलाड़ियों को दिक्कत आती है लेकिन कहा कि हालिया घटनाक्रम से अगले साल होने वाले ओलंपिक खेलों में टीम की संभावनाओं पर असर नहीं पड़ेगा।
   
नीदरलैंड के पॉल वान ऐस को हॉकी इंडिया के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा के साथ सरेआम बहस के बाद पद से हटा दिया गया। वह पिछले कुछ समय में इस तरह बर्खास्त होने वाले चौथे विदेशी कोच हैं। सरदार ने स्वीकार किया कि ऐसे बदलावों से टीम की लय पर असर पड़ता है।
   
उन्होंने यूरोप दौरे पर रवानगी से पहले मीडिया से बातचीत में कहा कि कोच को हटाने पर खिलाड़ियों को दिक्कत आती है। टीम की रणनीति भी कोच के साथ बदल जाती है और टीम बनाने में समय लगता है। लेकिन ओलंपिक और आगामी दौरों को लेकर हम काफी सकारात्मक हैं।
    
हाई परफॉर्मेंस निदेशक और अब मुख्य कोच रोलेंट ओल्टमेंस ने उम्मीद जताई कि उनकी टीम यूरोपीय टूर्नामेंटों में अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि हमारा अभ्यास सत्र अच्छा रहा। खिलाड़ियों ने शारीरिक, मानसिक कौशल, आक्रामक और रक्षात्मक पहलुओं पर काफी मेहनत की है।

टीम के सामने आये उतार चढावों के बारे में पूछने पर ओल्टमेंस ने कहा कि उतार चढाव आये हैं लेकिन हम प्रदर्शन में सुधार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम इस पर जोर दे रहे हैं कि मैच कैसे जीते जायें, गोल करने के मौके कैसे बनाये जायें। सिर्फ खेलना ही अहम नहीं है।
    
अपने लक्ष्यों के बारे में इस डच कोच ने कहा कि फिलहाल उनकी प्राथमिकता रियो ओलंपिक है। उन्होंने कहा कि हमारा डिफेंस, आक्रमण, पेनल्टी कॉर्नर और खिलाड़ियों के बीच तालमेल सबसे अहम है। हमें सुधार की जरूरत है लेकिन हमारे खिलाड़ी मानसिक और शारीरिक रूप से फिट है लिहाजा सुधार कर सकते हैं।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें