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आसान नहीं है लेकिन लंबे समय तक नंबर वन रहने की उम्मीद: सायना

भारतीय बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल को पता है कि नंबर वन विश्व रैंकिंग को बरकरार रखना आसान नहीं है लेकिन उसे लंबे समय तक शीर्ष पर काबिज रहने का यकीन है और वह इसके लिये अतिरिक्त प्रयास करने को तत्पर...

आसान नहीं है लेकिन लंबे समय तक नंबर वन रहने की उम्मीद: सायना
एजेंसीFri, 17 Apr 2015 03:56 PM
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भारतीय बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल को पता है कि नंबर वन विश्व रैंकिंग को बरकरार रखना आसान नहीं है लेकिन उसे लंबे समय तक शीर्ष पर काबिज रहने का यकीन है और वह इसके लिये अतिरिक्त प्रयास करने को तत्पर हैं।
    
सायना ने कहा कि नंबर वन रैंकिंग बरकरार रखना आसान नहीं होगा लेकिन लोगों को समझना चाहिये कि मैं वहां तक पहुंचने वाली पहली भारतीय हूं।
    
उसने कहा कि यदि सब कुछ ठीक रहा और मैंने अच्छा अभ्यास जारी रखा तो मुझे यकीन है कि लंबे समय तक नंबर वन पर रह सकूंगी। लेकिन यह आसान नहीं होगा और मुझे काफी मेहनत करनी होगी। मुझे रोज ध्यान में रखना होगा कि मैं नंबर वन हूं और मुझे नंबर वन होने के नाते काफी मेहनत करनी है। मैं देश के लिये ज्यादा से ज्यादा खिताब जीतने की कोशिश करूंगी।
    
यह पूछने पर कि नंबर वन की राह में उन्हें किस खिलाड़ी से चुनौती मिल सकती है, सायना ने चीन की लि शुरूई का नाम लिया। उसने कहा कि मेरे लिये सभी खतरा है। मैं किसी एक का नाम नहीं ले सकती लेकिन लि शुरूई सबसे बड़ा खतरा है क्योंकि दूसरों की तुलना में उसके पास कम टूर्नामेंट है और वह फिर शीर्ष पर काबिज हो सकती है।

यह पूछने पर कि क्या नंबर वन बनने के बाद उनके पूर्व कोच पुलेला गोपीचंद ने उनसे बात की, सायना ने कहा कि टूर्नामेंटों के अलावा उनके बीच ज्यादा बातचीत नहीं होती। उसने कहा कि हम सिर्फ टूर्नामेंट के दौरान ही बात करते हैं। इसके अलावा ज्यादा बातचीत नहीं होती क्योंकि इतना समय ही नहीं होता। हम अभ्यास पर फोकस करते हैं।
   
उसने कहा कि इतने साल तक मेरे कोच होने के नाते उन्होंने मुझे कई अच्छी बातें बताई और शुभकामनायें दी लेकिन जब आप अलग जगहों पर होते हैं तो मतभेद हो जाते हैं। ऐसे में पहले जैसा कोच या शागिर्द रहना आसान नहीं होता। वह अब अपना काम कर रहे हैं और मैं अपना लेकिन अहम यह है कि सब कुछ ठीक है।
     
यह पूछने पर कि कोच के रूप में गोपीचंद के साथ मतभेद की वजह क्या रही, सायना ने कहा कि कोर्ट के बाद की रणनीति कोर्ट पर कारगर साबित नहीं हो रही थी और वह सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों से हार रही थी।
    
उसने कहा कि मैं नहीं कह सकती कि क्या हुआ लेकिन अभ्यास का कोई फायदा नहीं हो रहा था। हमने मेरे खेल पर बात की लेकिन कोई भी रणनीति असरदार साबित नहीं हो रही थी। मेरे खेल को कुछ अलग चाहिये था।
    
सायना ने कहा कि हर कोच खेल को बखूबी भांप नहीं सकता। कई बार कोच को पता नहीं चलता कि एक स्तर से दूसरे स्तर पर सुधार कैसे करना है। मैं एक स्तर पर अटक गई थी।
     
उसने अपनी ताजा उपलब्धियों का श्रेय बेंगलूरू में बसे कोच विमल कुमार को दिया। उसने कहा कि विमल सर के साथ मुझे नतीजे मिले। मुझे फिर भी यकीन नहीं था कि मैं नंबर वन बनूंगी लेकिन उन्होंने मुझे भरोसा दिलाया और कहा कि यदि मैं जीतती रही तो रैंकिंग खुद ब खुद बेहतर होगी।

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