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फीफा ने कोलासो पर लगाया तीन वर्ष का प्रतिबंध

अंतरराष्ट्रीय फुटबाल महासंघ (फीफा) ने अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के पूर्व महासचिव अलबटरे कोलासो पर रिश्वत के आरोप में तीन वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया है।       फीफा ने...

फीफा ने कोलासो पर लगाया तीन वर्ष का प्रतिबंध
एजेंसीFri, 28 Nov 2014 04:19 PM
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अंतरराष्ट्रीय फुटबाल महासंघ (फीफा) ने अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के पूर्व महासचिव अलबटरे कोलासो पर रिश्वत के आरोप में तीन वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया है।
     
फीफा ने जारी अपने बयान में कहा है कि कोलासो ने वर्ष 2009 में मोहम्मद बिन हम्माम की कार्यकारी समिति की सीट के लिये हुये चुनावों में रिश्वत ली थी। इन चुनावों में बिन हम्माम ने बहरीन के खलीफा शेख सलमान बिन इब्राहिम अल खलीफा को 23.21 के करीबी अंतर से पराजित किया था। हालांकि दोनों ही उम्मीदवारों पर वोट खरीदने के आरोप लगे थे।
      
फीफा ने बताया कि कोलासो उस समय भारत की ओर से चुनावों में हिस्सा लेने के लिये प्रतिनिधि के तौर पर शामिल हुये थे। मतदान कुआलालम्पुर में हुआ था और कोलासो पर भ्रष्टाचार और रिश्वत के आरोप लगे थे।
       
वैश्विक संस्था ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि कोलासो ने मई 2००9 में फीफा चुनावों में मत के बदले रिश्वत ली थी। उन्हें फीफा के नियम 13 और 18 के उल्लंघन का दोषी पाया जाता है जिसके तहत उन्होंने नियम तोड़े और सहयोग और गोपनीयता के नियमों का उल्लंघन किया। इसके अलावा नियम 2० के उल्लंघन के तहत उन्होंने रिश्वत और अन्य तोहफे स्वीकार किये जबकि नियम 21 के उल्लंघन के तहत उन्हें भ्रष्टाचार और रिश्वत का दोषी पाया जाता है।
 
शेख सलमान ने आखिरकार फीफा बोर्ड की सीट मई में 2013 मेंजीती जबकि बिन हम्माम को अनुशासनात्मक समिति ने एशियाई फुटबाल परिसंघ में वित्तीय गड़बड़ी के आरोपों में आजीवन प्रतिबंधित कर दिया था।  भारतीय अधिकारी कोलासो एआईएफएफ के पहले प्रोफेशनल महासचिव थे और दो कार्यकाल तक पद पर रहने के बाद वर्ष 2००9 में वह रिटायर हो गये थे।
       
हालांकि कोलासो ने अपनी सफाई में कहा है कि उन्हेंए आईएफएफ ने प्रतिनिधि के रूप में चुना था और हम्माम को मत देने का निर्णय उनका नहीं बल्कि भारतीय पुकटबाल संघ का था। उन्होंने कहा कि मुझे फीफा में चुनावों का हिस्सा बनने के लिये भारत की ओर से एआईएफएफ ने चुना था और किसे मत देना है यह मेरा नहीं संघ का ही निर्णय था।  
       
इस बीच एआईएफएफ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एआईएफएफ का एक सदस्य ऐसे विवाद में पाया गया है। हमें इसके बारे में कोई पूर्व जानकारी नहीं थी। यदि हमें पता होता तो हम उसी समय कदम उठा लेते। पटेल उस समय एआईएफएफ के अंतरिम अध्यक्ष थे।

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