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लविवि रैगिंग

-जानकीपुरम स्थित न्यू कैम्पस का मामला-पीड़ित छात्रों ने कहा, रात भर जगाकर रखते हैं, अश्लील हरकतें करवाते हैं सीनियर-आरोपी छात्रों में एक दर्जन बाहरी छात्र शामिललखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में रैगिंग का...

लविवि रैगिंग
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 23 Sep 2016 08:32 PM
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-जानकीपुरम स्थित न्यू कैम्पस का मामला

-पीड़ित छात्रों ने कहा, रात भर जगाकर रखते हैं, अश्लील हरकतें करवाते हैं सीनियर

-आरोपी छात्रों में एक दर्जन बाहरी छात्र शामिल

लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में रैगिंग का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। विवि के जानकीपुरम स्थित न्यू कैम्पस के मैनेजमेंट छात्रावास में 35 छात्रों ने गुट बनाकर अपने से जूनियर छात्रों की रैगिंग ली। दहशत में आए जूनियर छात्र पहले तो चुप रहे पर बाद में एकजुट होकर हिम्मत दिखाई ओर प्रॉक्टर से शिकायत की। प्रॉक्टर ने इस मामले में जांच के लिए कमेटी गठित कर जल्दी से जल्दी रिपोर्ट देने को कहा है। जांच पूरी होने तक 12 बाहरी छात्रों को निलम्बित करने के साथ ही हास्टल के 19 छात्रों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार न्यू कैम्पस से बीते बुधवार की रात तकरीबन डेढ़ बजे प्रॉक्टर प्रो. निशि पांडेय के पास फोन पर सूचना आई कि मैनेजमेंट हॉस्टल की छत पर बड़ी संख्या में छात्र मौजूद हैं। इस पर उन्होंने वहां के प्रोवोस्ट डॉ. एके सिंह से मौके पर जाने के लिए कहा। डॉ. एके सिंह वहां पहुंचे तो उन्हें प्रथम वर्ष के छात्रों के अलावा 31 सीनियर छात्र भी मिले जिनमें 12 हॉस्टल के नहीं थे। साथ ही एक निष्कासित छात्र भी यहां मौजूद था। पहले तो सभी छात्रों ने फेशर्स पार्टी की तैयारी और सामान्य इंट्रोडक्शन का बहाना बनाया लेकिन बाद में जूनियर छात्रों ने रैगिंग की बात स्वीकारी। इसके बाद प्रोवोस्ट ने प्रॉक्टर को पत्र लिखकर घटना से अवगत कराया। उन्होंने मैनेजमेंट हॉस्टल के 19 और बाहरी 12 छात्रों के खिलाफ प्रॉक्टर ऑफिस में की है। इसके अलावा चार अन्य छात्रों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।

रात भर चलता है 'इंट्रोडक्शन'

प्रथम वर्ष के छात्रों ने प्रोवोस्ट को पत्र लिखकर बताया कि उनके साथ यहां रैगिंग हो रही है। उन्हें सीनियर छात्र इंट्रोडक्शन के नाम पर पूरी रात बैठाकर रखते हैं और अश्लील हरकते करवाते हैं। बात न मानने पर गाली-गलौज व मारपीट तक की नौबत आ जाती है। बुधवार की रात जब प्रॉक्टर के पास फोन किया गया, उस वक्त भी यही सब हो रहा था लेकिन सीनियर्स के डर से छात्रों ने मौके पर कुछ नहीं कहा।

जांच पूरी होने तक छात्रों का निलम्बन:

मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रॉक्टर प्रो. निशि पांडेय ने पांच सदस्यीय समिति गठित की है। जांच पूरी होने तक हॉस्टल के 19 छात्रों का हॉस्टल में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है और 12 बाहरी छात्रों को निलम्बित कर दिया गया है। साथ ही यह भी कहा गया है कि जांच में सहयोग न करने व मामले में दोषी पाए जाने पर इन सभी का विवि से निष्कासन किया जाएगा।

नहीं रुका रही बाहरी छात्रों का दखल:

तमाम कोशिशों के बावजूद लविवि के छात्रावासों में बाहरी छात्रों का आना नहीं रुक रहा है। मैनेजमेंट हॉस्टल प्रोवोस्ट ने अपने पत्र में 12 बाहरी छात्रों के अलावा एक निष्कासित छात्र के वहां मौजूद होने की शिकायत भी की है। छात्रावासों में पिछले कई विवादों को देखें, तो लगभग सभी में बाहरी छात्रों के शामिल होने की सूचना मिली है, इसके बावजूद इन पर रोक लगाने में विवि प्रशासन नाकाम रहा है।

कोट

'प्रथम दृष्टया यह रैगिंग का मामला है लग रहा है, हालांकि पुष्टि जांच रिपोर्ट के आधार पर ही की जाएगी। यूजीसी के निर्देशों के मुताबिक पुलिस को इसकी सूचना दे दी गई और विवि स्तर पर भी जांच चल रही है। साथ ही छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जांच पूरी होने तक आरोपी छात्रों का छात्रावास व परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।'

प्रो. निशि पांडेय, प्रॉक्टर

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