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डेंगू से छात्र समेत चार लोगों की मौत

- फैजुल्लागंज में अब तक डेंगू से हुईं 36 मौत - राजधानी में 75 नए मरीजों में जांच के बाद मिले डेंगू के लक्षण लखनऊ। हिन्दुस्तान टीमडेंगू का प्रकोप थामने में लाचार डाक्टर गुरुवार को छात्र समेत चार लोगों...

डेंगू से छात्र समेत चार लोगों की मौत
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 29 Sep 2016 09:40 PM
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- फैजुल्लागंज में अब तक डेंगू से हुईं 36 मौत

- राजधानी में 75 नए मरीजों में जांच के बाद मिले डेंगू के लक्षण

लखनऊ। हिन्दुस्तान टीम

डेंगू का प्रकोप थामने में लाचार डाक्टर गुरुवार को छात्र समेत चार लोगों की जान जाने से नहीं रोक सके। इसके चलते डेंगू ने 24 घंटे में लामार्टीनियर स्कूल के कक्षा चार के छात्र समेत चार लोगों की जान ले ली। जबकि राजधानी के अस्पतालों की पैथालॉजी में हुई जांचों में 75 नए मरीजों में डेंगू के लक्षण मिले हैं। उनका इलाज शुरू हो गया है।

कैसरबाग के फूलबाग निवासी गोवर्धन (10) लामार्टीनियर स्कूल में कक्षा चार का छात्र था। जानकारी के मुताबिक उसे कई दिन से बुखार आ रहा था। प्लेटलेट्स लगातार कम हो रही थीं। परिवारीजनों ने खून की जांच कराई तो डेंगू की पुष्टि हुई। उसके बाद से उसका इलाज निजी अस्पताल में शुरू हो गया। जहां बुधवार रात गोवर्धन ने दम तोड़ दिया। स्कूल के प्रिंसपल ने बताया कि शुक्रवार को कंडोलेंस होगा।

फैजुल्लागंज के दो लोगों की मौत

फैजुल्लागंज में डेंगू से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। फैजुल्लागंज वार्ड-प्रथम के भरतनगर में एक किशोर सहित दो लोगों की मौत ही गई। फैजुल्लागंज में डेंगू से मरने वालों का आंकड़ा अब 36 तक पहुंच गया है। भरत नगर निवासी व सीडीआरआई में कर्मचारी तेज प्रताप पाठक (50) का डेंगू की पुष्टि के बाद पीजीआई में पिछले सात दिनों से इलाज चल रहा था। देर रात उनकी मौत हो गई। इसी कॉलोनी के सूरज कश्यप (15) की भी डेंगू से मौत हो गई। सूरज का इलाज बलरामपुर अस्पताल में चल रह था। सूरज योगिता मांटेसरी स्कूल में हाईस्कूल का छात्र था। आक्रोशित परिवारीजनों का आरोप है कि इलाज में लापरवाही बरती गई।

वहीं, निगोहां निवासी श्यामा प्रसाद (55) की निजी अस्पताल में मौत हो गई। परिवारीजनों ने बताया कि श्यामा प्रसाद को शरीर में लाल चकत्ते और तेज बुखार था। जांच में प्लेटलेट्स भी 30 हजार से कम आ गया था।

75 नए मरीजों में पुष्टि

बलरामपुर अस्पताल- 14

केजीएमयू- 15

सिविल- 28

लोहिया- 10

पीजीआई- आठ

फैजुल्लागंज के लोगों में आक्रोश

फैजुल्लागंज के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। क्षेत्रीय निवासी व समाजसेवी प्रदीप शुक्ला ने बताया कि नगर निगम का सफाई अभियान फैजुल्लागंज द्वितीय वार्ड तक के कुछ इलाकों तक ही सीमित है। जबकि वार्ड प्रथम के अंतर्गत आने वाले भरत नगर, नायक नगर, अग्रसेन नगर, प्रियदर्शनी कॉलोनी, सुख सागर, अजीज नगर जैसे इलाकों में सफाई नहीं हो रही है। जिन क्षेत्रों में सफाई हो भी रही है। वहां खाना पूर्ति की जा रही है। फागिंग करने वाली गाड़ियां कॉलोनी के अंदर नहीं जाती हैं।

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पैथालॉजी की रिपोर्ट गलत बता झाड़ लिया पल्ला

डेंगू से हीने वाली मौतों को लेकर स्वास्थ्य विभाग कितना गंभीर है। उसकी बानगी गुरुवार को देखने को मिली। क्षेत्रीय निवासी प्रदीप शुक्ला ने डेंगू से मौत और एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए सीएमओ ऑफिस में काल किया। प्रदीप ने इलाके में डेंगू से हुई दो मौतों के बारे में जानकारी दी। इस पर फोन रिसीव करने वाले ने प्रदीप से पूछा आप कैसे कह सकते हैं कि मौत डेंगू से ही हुई है? प्रदीप ने पैथालॉजी की रिपोर्ट के आधार पर ऐसा कहने की बात कही। फोन रिसीव करने वाले ने पैथालॉजी की रिपोर्ट को ही गलत ठहरा दिया और काल डिसकनेक्ट कर दी।

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बढ रहे डेंगू मरीज, नहीं चेता प्रशासन

मोहनलालगंज में लोग डेंगू की चपेट में आते जा रहें है लेकिन प्रशासन चेत नहीं रहा है। यह हालात तब हैं, जब क्षेत्र में डेंगू व बुखार से कई लोगों की मौत हो चुकी है। ग्रामीणों के साथ वकील व राजनीतिज्ञ दल के नेता विशाल धरना-प्रदर्शन कर विरोध जता चुके हैं। डेंगू व मच्छरों से बचाव के लिए ग्रामीण खुद साफ-सफाई कराने से लेकर शाम को घरों के बाहर धुआं कर रहे हैं। रायबरेली हाईवे के किनारे रहने वाले काफी लोग डेंगू से प्रभावित हैं। हाईवे किनारे बने नाले में उचित निकासी की व्यवस्था नहीं है। इस वजह से वहां जगह-जगह पानी जमा है। भाकियू (भानू गुट), मोहनलालगंज बार एसोसिएशन, बीएस-4 व कांग्रेस पार्टी इसके लिए विरोध कर चुकी है। लेकिन अधिकारी नहीं चेत रहे।

चंदा लगाकर करवा रहे सफाई

अधिकारियों के न चेतने पर ग्रामीण खुद ही मोर्चा संभालने में जुटे हैं। डेंगू और मच्छरों के बचाव के लिए मोहनलालगंज कस्बे के मधुवन नगर में ग्रामीणों ने चंदा लगाकर साफ-सफाई करवाई। जबकि यहां के ग्रामीण तहसील दिवस तक में गुहार लगा चुके हैं। गौरा कॉलोनी में लोग शाम के समय नीम की पत्ती सुलगाकर धुएं के सहारे मच्छरों को भगाने का प्रयास कर रहे हैं। गनेशखेड़ा की एक संस्था भी कई जगह सफाई करा चुकी है।

1100 लोगों को नि:शुल्क दवा बांटी

डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया से बचाव के लिए राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में सेवा अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र द्वारा बोरा वोकेशनल एवं चैरिटेबल फाउंडेशन के सहयोग से 15 दिनों तक निशुल्क शिविर लगाए गए। शिविर के प्रभारी डॉ. रंजीत सिंह ने बताया कि इस निशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा एवं जागरुकता शिविर में 1100 से अधिक लोगों का निशुल्क इलाज व दवा वितरित की गई। शिविर में मुख्य रूप से अवधेश कौशल, प्रदीप, दया, अमित, कुसुम, जगदीश सिंह, मुन्ना, रानी, फरीदा बानो, रीता आदि लोगों का विशेष योगदान रहा।

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