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GOPALGANJ: 20 हेक्टेयर भूमि में होगी गेंदा फूल की खेती

जिले में मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत बीस हेक्टेयर में गेंदे की खेती की जाएगी। उद्यान विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष 2016-17 में 20 हेक्टेयर भूमि में लूज फ्लावर के तहत गेंदे के फूलों की खेती की...

GOPALGANJ: 20 हेक्टेयर भूमि में होगी गेंदा फूल की खेती
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 03 Dec 2016 04:55 PM
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जिले में मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत बीस हेक्टेयर में गेंदे की खेती की जाएगी। उद्यान विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष 2016-17 में 20 हेक्टेयर भूमि में लूज फ्लावर के तहत गेंदे के फूलों की खेती की योजना तैयार की है। इसके लिए 4 लाख रुपए खर्च करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है। यह राशि किसानों को फूल की खेती करने पर अनुदान के रूप में बांटी जाएगी।

सरकार की इस योजना के तहत किसानों से गेंदा फूल की खेती के लिए आवेदन भी प्राप्त किए जा रहे हैं। चालू वित्तीय वर्ष में अभी तक 17 किसानों से आवेदन प्राप्त किए गए हैं। इस योजना के लिए सरकार ने निर्धारित किया है कि एक हेक्टेयर भूमि में फूलों की खेती करने पर 40 हजार रुपए का खर्च आएगा। सरकार ने योजना में किसान को प्रति हेक्टेयर लागत के 50 फीसदी यानी 20 हजार रुपए अनुदान देने का निर्णय लिया है। किसानों को नगदी आमदनी के लिए गेंदा के फूल की खेती को बढ़ावा देने की योजना बनायी गयी है। जिला उद्यान विभाग द्वारा जिले में फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को समय-समय पर जागरूक भी किया जा रहा है। केला,पपीता व आम की खेती में भी मिलेगा अनुदानचालू वित्तीय वर्ष में अगर किसान केला, पपीता व आम की खेती करते हैं तो उन्हें भी जिला उद्यान विभाग द्वारा सरकार द्वारा निर्धारित अनुदान का लाभ दिया जाएगा।

सरकार ने जिले में 60 हजार हेक्टेयर भूमि में केला की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसमें कुल 37.50 लाख रुपए खर्च करने का लक्ष्य रखा गया है। किसानों को 1 हेक्टेयर भूमि में केला की खेती करने पर 1.25 लाख रुपए खर्च होंगे। इसके लिए किसान को 62 हजार 500 रुपए अनुदान के रूप में मिलेंगे। वहीं पपीता की खेती के लिए 50 हेक्टेयर भूमि का लक्ष्य निर्धारित है। इस योजना के लिए 15 लाख रुपए खर्च होंगे। एक हेक्टेयर भूमि में पपीता की खेती करने पर 60 हजार रुपए खर्च आएंगे जिसमें से 50 फीसदी यानी 30 हजार रुपए अनुदान मिलेगा। इसी प्रकार आम की खेती के लिए 45 हजार हेक्टेयर भूमि का लक्ष्य है।

एक हेक्टेयर भूमि में 1 लाख रुपए खर्च होंगे तो 50 हजार रुपए का अनुदान मिलेगा। योजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति का इंतजारजिला उद्यान कार्यालय की योजनाओं को राज्य मुख्यालय से प्रशासनिक स्वीकृति मिलती है। जिले में इच्छुक किसानों से गेंदा फूल, केला, पपीता व आम आदि पौधों की खेती के लिए आवेदन प्राप्त किए जा रहे हैं। इन आवेदनों को जिलास्तर पर जांच करने के बाद सत्यापित कर राज्य मुख्यालय को प्रशासनिक स्वीकृति देने के लिए भेज दिया गया है। अब राज्य मुख्यालय से स्वीकृति व आवंटन मिलने के बाद संबंधित किसानों को अनुदान का लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत किसानों से लूज फ्लावर, केला, पपीता व आम सहित अन्य पौधों की खेती के लिए आवेदन प्राप्त किए जा रहे हैं। प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बाद अनुदान का लाभ दिया जाएगा।

रमेश प्रसाद साह, सहायक निदेशक उद्यान

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