निकास द्वार से सिर्फ कांचा पूजा में ही प्रवेश, सलाहकार परिषद सदस्यों की बैठक में निर्णय
झारखंड के देवघर जिले में स्थित बाबा वैद्यनाथ मंदिर के भीड़ व्यवस्थापन को लेकर उपायुक्त अरवा राजकमल ने नवगठित सलाहकार परिषद सदस्यों के साथ मंगलवार को बैठक की। निर्णय लिया गया है कि अब बाबा...
झारखंड के देवघर जिले में स्थित बाबा वैद्यनाथ मंदिर के भीड़ व्यवस्थापन को लेकर उपायुक्त अरवा राजकमल ने नवगठित सलाहकार परिषद सदस्यों के साथ मंगलवार को बैठक की। निर्णय लिया गया है कि अब बाबा वैद्यनाथ मंदिर के निकास द्वार मंझलाखण्ड होते हुए गर्भगृह से प्रवेश पूर्णत: वर्जित रहेगा। भीड़ नियंत्रित करने के लिए 250 रुपया का कूपन निर्गत किया जाएगा।
कूपन कटाने वाले श्रद्धालुओं को प्रशसनिक भवन के रास्ते गर्भगृह तक ले जाया जाएगा। प्रशासनिक भवन में पण्डा धर्मरक्षिणी सभा के प्रतिनिधि व मंदिर कर्मी पंडा समाज के लोगों की पहचान करेंगे और उन्हें उस रास्ते से प्रवेश देंगे। माता पार्वती मंदिर के भीड़ व्यवस्थापन के लिए उमा भवन के रास्ते श्रद्घालुओं को नीम पेड़ के पास रैम्प से उतारा जाएगा। गणेश मंदिर के बगल से उन्हें पार्वती मंदिर में प्रवेश कराया जाएगा। आवश्यकता महसूस करते हुए स्थायी निर्माण में लगने वाले समय को देखते हुए सलाहकार परिषद द्वारा उक्त व्यवस्था पर अपनी स्वीकृति दी गई।
24 व 26 जून को इसके लिए मॉकड्रील कराने का निर्णय लिया गया। बाबा वैद्यनाथ मंदिर के भीड़ व्यवस्थापन को लेकर उपायुक्त अरवा राजकमल ने नवगठित सलाहकार परिषद सदस्यों के साथ मंगलवार को बैठक की। बैठक में पूर्व मंत्री के एन झा, पुलिस अधीक्षक ए विजयालक्ष्मी, पण्डा धर्मरक्षिणी सभा के महामंत्री कार्तिकनाथ ठाकुर, दिवाकर मिश्र व संबंधित सदस्यगण शामिल थे।