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बक्सर: पुराना नोट लीजिए, नहीं तो उधारी खाद दीजिए

बक्सर स्थित डुमराव प्रखंड के अरियांव पैक्स के बाहर खडे किसान बैजू सिंह यादव के चेहरे पर रबी फसल की बुआई को लेकर परेशानी स्पष्ट रुप से झलक रही थी। किसान ने पैक्स अध्यक्ष को कहा कि पुराने नोट लीजिए,...

बक्सर: पुराना नोट लीजिए, नहीं तो उधारी खाद दीजिए
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 28 Nov 2016 08:44 PM
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बक्सर स्थित डुमराव प्रखंड के अरियांव पैक्स के बाहर खडे किसान बैजू सिंह यादव के चेहरे पर रबी फसल की बुआई को लेकर परेशानी स्पष्ट रुप से झलक रही थी। किसान ने पैक्स अध्यक्ष को कहा कि पुराने नोट लीजिए, नहीं तो उधारी खाद दीजिए।

पैक्स अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह पूंजी फंसने के डर से पुराने नोट लेकर कारोबार शुरु कर दिया है। लेकिन यह स्थिति अन्य पैक्सों की नहीं है। लगभग आधा पैक्स पुराने नोट लेने से हाथ खडे़ कर दिए हैं। ऐसे में किसानों के एक बडे़ वर्ग के समक्ष बुआई के मौसम मे परेशानियों से जूझना पड रहा है। किसानों की प्रतिक्रिया यह कि हर बार सरकार और प्रशासन के फैसलों के बीच किसानों को ही पिसना पड़ता है।

रबी बुआई का है सीजन

धान कटनी के बाद खेतों की जुताई और बुआई का सीजन चल रहा है। किसानों का कहना है कि 15 से 30 नवंबर के बीच रबी का बुआई करना उतम रहता है। अरियांव के किसान दीनू सिंह कहते है कि धान की बुआई में किसानों का सारा पैसा लग गया है। फसल बिक नहीं रहा। किसान बुआई के लिए खाद-बीज का इंतजाम करना मुश्किल हो गया है। साहूकार धान कम रेट मे मांग रहे है और भुगतान के नाम पुराने नोट थमा रहे है। इन हालातों ने किसानों को परेशान और खेती पर संकट पैदा कर दिया है।

पुराने नोट लेकर भटक रहे किसान

बुआई के लिए कुछ किसानों ने पुराने नोट लेकर धान साहूकारो के हाथ बेच दिए है। ऐसे किसान खाद बीज के लिए भटक रहे है। लाखनडिहरा पैक्स ने पुराने नोट लेना बंद कर दिया है। पैक्स अध्यक्ष बृजन राय कहते है कि जब सहकारिता बैक ने पुराने नोट लेना बंद कर दिया है। तो पैक्स पुराने नोट लेकर क्या करेगा। अरैला गांव के पैक्स गोदाम पर पुराने नोट लेकर पहुचने वाले किसानों को निराश लौटना पड़ रहा है। पैक्स मे पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है,लेकिन पुराने नोटों के कारण किसानों तक खाद नहीं पहुंच पा रहा है।

व्यापार मंडल का कारोबार बंद

प्रखंड में सोलह पैक्स और एक व्यापार मंडल का संचालन हो रहा है। व्यापार मंडल का कैश क्रेडिट नहीं होने के कारण यहां खाद उपलब्ध नहीं है। व्यापार मंडल से किसानों को रबी बुआई के समय कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि सीसी के लिए बैक को कहा गया था। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।दो तीन पैक्सों को छोड दे तो लगभग अन्य पैक्सों के हालात व्यापार की तरह हो चुके है। किसानों का आरोप है कि जिनके लिए पैक्स और व्यापार मडल का गठन हुआ,उनकी दशा दिनों दिन बिगडती जा रही है। घाटे की खेती होने के बाद भी किसानों के पास जिन्दा रहने के लिए इसके अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।

बुआई के समय किसानों को खाद बीज उपलब्ध कराने की कार्रवाई चल रही है। पैक्सो व व्यापार मंडल को सीसी किया जा रहा है।

-सुभाष कुमार राम,बीसीओ,सहकारिता विभाग डुमरांव।

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