टीका लगने के 36 घंटे बाद आया बुखार, नवजात की मौत
एक नवजात को टीका लगाने के 36 घंटे बाद सोमवार को रात अचानक तेज बुखार आया। हालत गम्भीर होने पर परिजन उसे तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र ले गए। हालत में सुधार न होने पर चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल...
एक नवजात को टीका लगाने के 36 घंटे बाद सोमवार को रात अचानक तेज बुखार आया। हालत गम्भीर होने पर परिजन उसे तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र ले गए। हालत में सुधार न होने पर चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल भेज दिया। मंगलवार दोपहर नवजात को लेकर परिजनों ने अस्पताल की ड्योढ़ी पर कदम रखा ही था तभी उसने दम तोड़ दिया। परिजनों को कहना है कि टीका लगने के बाद उसकी हालत नाजुक हुई।
विशेवरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम खरगौरा बस्ती निवासी मालिक राम ने बताया कि 20 दिन पूर्व उसकी पुत्री का जन्म हुआ था। इस दौरान कुछ टीके नहीं लग पाए थे। शनिवार को वह नवजात को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विशेश्वरगंज गया था। टीका लगने के दूसरे दिन रविवार की देर शाम तेज बुखार आने से उसकी हालत बिगड़ गई। उसे निजी चिकित्सक के पास ले गए। इसके बाद भी उसकी हालत में सुधार न होने पर उसे सीएचसी इकौना ले जाया गया। हालत सुधार न होने पर मंगलवार को दोपहर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। अस्पताल पहुंचने के कुछ ही देर बाद नवजात की मौत हो गई।
मालिक राम का कहना है कि जन्म के बाद बच्ची स्वस्थ थी। अचानक टीका लगने के बाद ऐसा बुखार आया, जिससे उसकी हालत नाजुक हुई। हालांकि मालिक राम यह नहीं बता पा रहे हैं कि कौन सा टीका लगाया गया था। उनका कहना है कि नर्स ने वैक्सीन लगाने की बात कही थी। जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एहतशाम अली का कहना है कि बीसीजी का टीका 20 दिन बाद लगाया जाता है। लेकिन इस टीके से मौत होना असम्भव है। उन्होंने बताया कि डीपीटी लगने पर हल्का बुखार आता है। ऐसे में बिना जांच मौत की वजह टीका बताना बेबुनियाद है। मौत संक्रमण या फिर अन्य किसी वजह से हो सकती है।
जांच कराएंगे
टीका लगने से मौत नहीं हो सकती। फिर भी जांच कराई जाएगी। एएनएम ने कौन सा टीका लगाया है। जिससे मौत की वजह की पुष्टि हो सके।
-डॉ. एके लाल, सीएमओ, बहराइच