सलमान का दर्द
सलमान खुर्शीद पूछते फिर रहे हैं कि नरेंद्र मोदी काशी से चुनाव लड़ने क्यों आए? उन्हें नहीं लगता कि भाजपा ने मोदी को भेजा, क्योंकि वह तो किसी का आदेश मानते ही नहीं। खुर्शीद कहते हैं कि काशी जाते समय...
सलमान खुर्शीद पूछते फिर रहे हैं कि नरेंद्र मोदी काशी से चुनाव लड़ने क्यों आए? उन्हें नहीं लगता कि भाजपा ने मोदी को भेजा, क्योंकि वह तो किसी का आदेश मानते ही नहीं। खुर्शीद कहते हैं कि काशी जाते समय रास्ते में उन्हें डराने वाला पोस्टर दिखा। इस पर लिखा था- मोदी आने वाले हैं। इसे देखकर उन्हें गब्बर की याद आ गई।
मतलब खुर्शीद साहब पोस्टर देखकर डर तो गए, लेकिन स्वीकार करने में हिचक रहे हैं! साहब! सच स्वीकार करना तो बड़प्पन की निशानी है। यह तो उजागर हो चुका है कि कांग्रेसियों को मोदी कभी हिटलर, कभी गब्बर के रूप में दिख रहे हैं। यानी डर तो सभी रहे हैं। पार्टी के नेताओं और कैबिनेट सहयोगी से लेकर राहुल गांधी तक हार का सच स्वीकार कर चुके हैं। आपको तीसरा मोर्चा भी दिखाई नहीं दे रहा है.. यह तो बताइए कि आपको दिखाई क्या दे रहा है? अपनी जीत तो दिख रही है न?