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जम्मू कश्मीर और झारखंड में जनता का फैसला आज

रिकॉर्ड मतदान के बाद जम्मू कश्मीर और झारखंड में जनता के फैसले की घड़ी आ गई है। दोनों राज्यों में मंगलवार को होने वाली वोटों की गिनती के साथ ये साफ हो जाएगा कि राज्य में अगली सरकार किसकी बनेगी। मतगणना...

जम्मू कश्मीर और झारखंड में जनता का फैसला आज
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 23 Dec 2014 12:34 AM
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रिकॉर्ड मतदान के बाद जम्मू कश्मीर और झारखंड में जनता के फैसले की घड़ी आ गई है। दोनों राज्यों में मंगलवार को होने वाली वोटों की गिनती के साथ ये साफ हो जाएगा कि राज्य में अगली सरकार किसकी बनेगी। मतगणना केंद्रों पर सभी सुरक्षा इंतजाम लागू कर दिए गए हैं। जम्मू कश्मीर के विस्थापितों के वोटों की गिनती दिल्ली, जम्मू और उधमपुर में होगी। अधिकतर राजनीतिक पर्यवेक्षकों और ओपिनियन पोल ने जम्मू कश्मीर में त्रिशंकू विधानसभा की संभावना जताई जा रही है।
 
खुलेगा पिटारा
8 बजे सुबह शुरू होगी मतगणना जम्मू कश्मीर में
7 बजे शुरू होगी वोटों की गिनती झारखंड में
9 बजे सुबह आ सकता है पहला रूझान
2 बजे दोपहर तक साफ हो सकती है चुनाव परिणाम की तस्वीर।
5 चरणों में हुआ चुनाव।
25 नवंबर से 20 दिसंबर तक के बीच हुआ मतदान

जम्मू कश्मीर
87 विधान सभा क्षेत्र हैं जम्मू कश्मीर में
28 मतदान केंद्रों पर होगी वोटों की गिनती
66 फीसदी मतदान हुआ है राज्य में
1987 के बाद जम्मू कश्मीर में सर्वाधिक मतदान हुआ
821 कुल उम्मीदवारों की किस्मत का आएगा फैसला
इन दलों में मुकाबला : नेशनल कान्फ्रेंस, पीडीपी, भाजपा और कांग्रेस

2008 के नतीजे : नेकां -28  कांग्रेस - 17 पीडीपी - 21 भाजपा  -11

किसकी बनेगी सरकार
एग्जिट पोल ने जम्मू कश्मीर में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिलने का अनुमान लगाया है। जम्मू कश्मीर में चुनाव से पूर्व कोई गठबंधन नहीं था, लिहाजा सरकार के लिए जोड़तोड़ होगी।
1. पीडीपी कांग्रेस - पीडीपी अगर सबसे बड़े दल के तौर पर उभरती है तो कांग्रेस पार्टी का समर्थन पाकर राज्य में सरकार बना सकती है। 
2 भाजपा - 44 से ज्यादा सीटें जीतने की स्थिति में भाजपा राज्य में अकेले दम पर सरकार बना सकती है। नेकां या पीडीपी के भाजपा के साथ आने की संभावना कम ही है।
 
कौन बन सकता है मुख्यमंत्री

उमर अब्दुल्ला : नेशनल कान्फ्रेंस की ओर से वर्तमान मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला हैं दावेदार। 44 साल के उमर पिछले छह साल से राज्य की बागडोर संभाल रहे हैं। राज्य के कद्दावर नेता फारुक अब्दुल्ला के बेटे उमर इस बार बडगाम जिले के बीरवाह और श्रीनगर जिले के सोनवार सीट से चुनाव लड़ थे।

मुफ्ती मोहम्मद सईद : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के सत्ता में आने पर मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार मुफ्ती मोहम्मद सईद होंगे। 78 साल के मुफ्ती दक्षिण कश्मीर स्थित अनंतनाग विधानसभा सीट से एकबार फिर चुनाव मैदान में हैं जहां से वह पिछले बार विधायक थे। मुफ्ती 2002 से 2005 तक राज्य के मुख्यमंत्री और वीपी सिंह की सरकार में केंद्र में गृहमंत्री रह चुके हैं।

मेहबूबा मुफ्ती : पीडीपी से 55 साल की मेहबूबा मुफ्ती भी राज्य की मुख्यमंत्री हो सकती हैं। मुफ्ती मोहम्मद की बेटी मेहबूबा 2004-09 के बीच अनंतनाग से लोकसभा सदस्य रह चुकी हैं। फिलहाल वे पीडीपी की अध्यक्ष हैं। राज्य में चुनाव प्रचार अभियान का नेतृत्व उन्होंने बड़ी ही सक्रियता से किया है।

गुलाम नबी आजाद : कांग्रेस पार्टी अगर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरती है तो इस सूरत में 65 साल के गुलाम नबी आजाद मुख्यमंत्री बन सकते हैं। वे 2005 से 2008 तक जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री बने थे। कई बार केंद्र सरकार में मंत्री रहे चुके आजाद फिलहाल राज्य सभा में विरोधी दल के नेता हैं। 

झारखंड
81 विधानसभा क्षेत्र हैं झारखंड में ( 28 एसटी, 09 एससी )
1136 उम्मीदवारों की किस्मत का आएगा फैसला, 111 महिलाएं।
24 मतदान केंद्रों पर होगी वोटों की गिनती
66.47 फीसदी मतदान हुआ राज्य में
2000 में झारखंड राज्य बनने के बाद तीसरा चुनाव
 2.5 फीसदी ज्यादा वोट पड़े मई 2014 के लोकसभा चुनाव से
09 फीसदी ज्यादा वोट पड़े 2009 के विधानसभा चुनाव से

2009 के नतीजे : भाजपा गठबंधन -23, झामुमो 18, कांग्रेस 14 जेवीएम - 11 राजद -05

किन दलों में हैं मुकाबला : भाजपा गठबंधन भारतीय जनता पार्टी और ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन। झारखंड मुक्ति मोर्चा, झारखंड विकास मोर्चा, कांग्रेस, राजद, जदयू।
14 सालों में राज्य में बन चुकी है 9 सरकारें।

किसकी बन सकती है सरकार : ज्यादातर एग्जिट पोल झारखंड में भाजपा की सरकार की भविष्यवाणी कर रहे हैं।
1 भाजपा : पूर्ण बहुमत आने पर भाजपा और आजसू मिलकर राज्य में सरकार बना सकते हैं। ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री भाजपा का ही होगा।
2 झामुमो : किसी को बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में एक बार फिर झामुमो कांग्रेस का समर्थन लेकर सरका बना सकती है। इस हालात में झामुमो का मुख्यमंत्री होगा। ज्यादा सीटें आने पर कांग्रेस भी सीएम पद पर दावा कर सकती है।
 
कौन बन सकता है मुख्यमंत्री
अर्जुन मुंडा: भाजपा के पूर्ण बहुमत में आने की स्थिति में 46 साल के अर्जुन मुंडा मुख्यमंत्री पद के सबसे बड़े दावेदार हैं। वे 2003 से 2005 और 2005 से 2006 के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री की कमान संभाल चुके हैं। उनका कुशलतापूर्वक राज्य को चलाने का पुराना अनुभव है। साथ ही वे आदिवासी समाज का प्रतिनिधत्व करते हैं।

यशवंत सिन्हा: भाजपा में अगर किसी गैर आदिवासी चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया गया तो 82 साल के यशवंत सिन्हा दावेदार हो सकते हैं। कई बार केंद्र में मंत्री रहे चुके यशवंत सिन्हा झारखंड की कमान संभालने की इच्छा जता चुके हैं। पर भाजपा की केंद्रीय टीम उन्हें राज्य की के मुख्यमंत्री की कमान सौंपे इसकी संभावना कम है। उनके बेटे जयंत सिन्हा को केंद्र में वित्त राज्य मंत्री बनाया जा चुका है।
कोई नया चेहरा: पूर्ण बहुमत आने पर भाजपा किसी नए चेहरे को भी प्रदेश की कमान सौंप सकती है। 

हेमंत सोरेन: झारखंड मुक्ति मोर्चा के बेहतर प्रदर्शन की स्थिति में वर्तमान मुख्यमंत्री 39 साल के हेमंत सोरन दुबारा कुर्सी पर काबिज हो सकते हैं। वे झामुमो के सुप्रीमो शीबू सोरेन के छोटे बेटे और उनकी राजनीति के उत्तराधिकारी हैं। हेमंत जुलाई 2013 में राज्य के मुख्यमंत्री बने थे।

सुबोधकांत सहाय: कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन और गठबंधन की राजनीति की स्थिति में 63 साल के सुबोधकांत सहाय पार्टी का चेहरा हो सकते हैं। कई बार केंद्र में मंत्री रह चुके सुबोधकांत की झारखंड की राजनीति में हमेशा से दिलचस्पी रही है।

 

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