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परिवार मोह में फंसकर लालू बन गए हैं नेता से नीतीश का पिछलग्गुः रामकृपाल

केन्द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने कहा कि परिवार मोह में फंसकर लालू नेता से नीतीश के पिछलग्गु हो गए। बिहार की जनता और कार्यकर्ताओं की चिंता उन्हें नहीं है। राजद कार्यकर्ता हासिये पर हैं। श्री यादव ने...

परिवार मोह में फंसकर लालू बन गए हैं नेता से नीतीश का पिछलग्गुः रामकृपाल
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 04 Aug 2015 06:39 PM
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केन्द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव ने कहा कि परिवार मोह में फंसकर लालू नेता से नीतीश के पिछलग्गु हो गए। बिहार की जनता और कार्यकर्ताओं की चिंता उन्हें नहीं है। राजद कार्यकर्ता हासिये पर हैं। श्री यादव ने रविवार को जहानाबाद परिसदन में प्रेस वार्ता के दौरान कही।

उन्होंने ने कहा कि बिहारी की राजनीति 25 वर्षों तक लालू के ईर्द-गिर्द घुमती रही। लेकिन अब लालू की हैसियत पिछलग्गु नेता की हो गई है। विधान सभा चुनाव के लिए किसी कार्यकर्ता और नेता के नाम की घोषणा नहीं हुई। लेकिन उनके दोनों बेटे के नाम की घोषणा हो गई। नीतीश के दस वर्षों के शासनकाल में राजद कार्यकर्ताओं को सबसे अधिक कोपभाजन होना पड़ा है।

उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि लालू व नीतीश मिले जरूर हैं। लेकिन मन साफ नहीं है। कोई कह रहा है, जहर पी लिया हूं तो कोई सांप से तुलना कर रहा है। दोनों नेता एक साथ फोटो लगाने से कतरा रहे हैं। आखिर किस बात को लेकर डर रहे हैं। नीतीश कुमार को कुर्सी चाहिए इसलिए बेमेल गठबंधन हुआ है। इस गठबंधन पर बिहार की जनता का भरोसा नहीं है। यहां की जनता बदलाव चाहती है।

बीजेपी के प्रति लोगों में झुकाव है। भाजपा सभी जाति, धर्म के लोगों को सम्मान देने का काम किया है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार के विकास के बिना देश का विकास संभाव नहीं है। प्रधानमंत्री बिहार के विकास के लिए चिंतित है। प्रधानमंत्री सूबे के विकास के लिए एक बड़ा पैकेज की घोषणा कर सकते हैं। मोदी सरकार ने एक वर्ष में जो काम किया है उसे यूपीए की सरकार ने दस वर्षों में भी नहीं किया।

मंत्री ने कहा कि पीएम ने लंबित दिघा पुल और एनएच निर्माण के लिए करोड़ों रुपए की राशि दी है। चुनाव से पहले बड़े पैमाने पर अफसरों के ट्रांसफर पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार चुनाव में इन अफसरों का दुरुपयोग कर सकती है। इसकी शिकायत वे चुनाव आयोग से करेंगे। ताकि बिहार में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव हो सके।

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