फोटो गैलरी

Hindi Newsसीट बंटवारे को लेकर NDA में घमासान, लोजपा-रालोसपा का अल्टीमेटम

सीट बंटवारे को लेकर NDA में घमासान, लोजपा-रालोसपा का अल्टीमेटम

सीटों का बंटवारा अब तक नहीं होने के कारण एनडीए के घटक दलों में बेचैनी बढ़ गई है। सोमवार को लोजपा के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस व रालोसपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार ने सात...

सीट बंटवारे को लेकर NDA में घमासान, लोजपा-रालोसपा का अल्टीमेटम
एजेंसीMon, 24 Aug 2015 08:11 PM
ऐप पर पढ़ें

सीटों का बंटवारा अब तक नहीं होने के कारण एनडीए के घटक दलों में बेचैनी बढ़ गई है। सोमवार को लोजपा के प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस व रालोसपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार ने सात दिनों के भीतर सीटों के बंटवारे की मांग की। दोनों नेताओं ने भाजपा पर आरोप लगाया कि एनडीए में उनकी अपेक्षा हो रही है।

भाजपा का शीर्ष नेतृत्व अविलंब ठोस पहल करें। अबकी बार, भाजपा सरकार के नारे पर भी आपत्ति जताई। कहा कि इसमें एनडीए गायब है। इसे अल्टीमेटम की बजाय सलाह करार देते हुए कहा कि अगर यही स्थिति रही तो एनडीए की जड़ें कमजोर होंगी। हम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को स्वीकार करते हैं और चुनाव बाद गठबंधन की सहमति से कोई सीएम बने।

हम छोटे दल, भाजपा की तरह हमारे पास पैसे नहीं
लोजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव में मात्र दो महीने बचे हैं। हम छोटे दलों के लोग हैं। हमारे पास भाजपा की तरह पैसा नहीं है। समय रहते अगर अगर सीटों का चयन हो जाए तो उम्मीदवार अपने-अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार करने जाएंगे। सीटें नहीं बंटने से कार्यकर्ताओं में असमंजस की स्थिति है। सीटों के बंटवारा पर दोनों दलों की ओर से पहली बार मीडिया में मामला उठाए जाने के सवाल पर लोजपा अध्यक्ष ने माना कि राजनीति में दबाव होता है।

विधान परिषद के चुनाव में अंतिम समय में सीट दिए गए तो रिजल्ट ठीक नहीं आया। आपत्ति जताई कि वैशाली में लोजपा के खिलाफ जो चुनाव लड़ा, उसे भाजपा ने अपने दल में शामिल कर लिया। उनका इशारा राजेश सिंह की ओर था। रालोसपा का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा 102 सीटों पर चुनाव लड़े और बाकी गठबंधन दलों के लिए छोड़े। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को सीएम का उम्मीदवार मानने से इनकार किया।

विधान परिषद चुनाव जैसी स्थिति न आए यह जरूरी
रालोसपा अध्यक्ष ने कहा कि विप चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव में नौबत न आए, इसलिए मीडिया में आना पड़ा। माना कि एनडीए में फ्लोर को-ऑर्डिनेशन का अभाव है। संवादहीनता है। भाजपा में कोई नेता शामिल होता है तो हमें कोई आपत्ति नहीं तो फिर मेरे दल में कोई आए तो भाजपा को क्यों आपत्ति हो रही है।

राज्य के नेताओं को इतना शिष्टाचार होना चाहिए। पूर्व मंत्री गौतम सिंह के रालोसपा में शामिल होने पर भाजपा सांसद सीग्रीवाल ने आपत्ति जताई थी। कहा कि हर पार्टी का बेस व एजेंडा है। परिवर्तन यात्रा में हमारे कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही है। मौके पर सांसद रामचंद्र पासवान व रालोसपा के कार्यकारी अध्यक्ष ललन पासवान भी मौजूद थे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें