फोटो गैलरी

Hindi Newsवरुण धवन की कामयाबी की कहानी

वरुण धवन की कामयाबी की कहानी

वरुण धवन हिंदी सिनेमा की नई पीढ़ी के उन कुछ चुनिंदा अभिनेताओं में से हैं, जिन्हें ‘लंबी रेस का घोड़ा’ माना जा रहा है। अभी तक दो साल के करियर में उनकी कुल तीन फिल्में- ‘स्टूडेंट ऑफ द...

वरुण धवन की कामयाबी की कहानी
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 30 Jul 2014 12:01 PM
ऐप पर पढ़ें

वरुण धवन हिंदी सिनेमा की नई पीढ़ी के उन कुछ चुनिंदा अभिनेताओं में से हैं, जिन्हें ‘लंबी रेस का घोड़ा’ माना जा रहा है। अभी तक दो साल के करियर में उनकी कुल तीन फिल्में- ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’, ‘मैं तेरा हीरो’ और ‘हम्प्टी शर्मा की दुलहनिया’ रिलीज हुई हैं। ये तीनों फिल्में हिट रही हैं।  बड़ी बात यह है कि इन सभी फिल्मों में वरुण के अभिनय को दर्शकों और फिल्म समीक्षकों ने सराहा है। वरुण एक फिल्मी परिवार से आते हैं। उनके पिता डेविड धवन एक प्रसिद्ध और हिट निर्देशक हैं। उनके बड़े भाई रोहित धवन भी निर्देशक हैं। मगर उन्होंने निर्माता-निर्देशक करण जाैहर की फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से अभिनय के क्षेत्र में कदम रखा। 24 अप्रैल 1987 को पैदा हुए वरुण पढ़ाई में भी अच्छे रहे हैं। उन्होंने यूनाइटेड किंगडम की नॉटिंघम ट्रेंट यूनिवर्सिटी से बिजनेस मैनेजमेंट में डिग्री हासिल की है। फिल्म इंडस्ट्री में वह सिर्फ तीन फिल्म पुराने हैं, लेकिन उन्हें अभी से अगला सलमान खान कहा जाने लगा है। वैसे वरुण इस स्टारडम से जरा भी प्रभावित नहीं दिखते। उनका कहना है, ‘मैंने बस अभी शुरुआत की है और मुङो आगे लंबा रास्ता तय करना है।’ उन्हें अपनी पारिवारिक पृष्ठभूमि पर गर्व है, लेकिन वह जीवन में कुछ ऐसी उपलब्धि हासिल करना चाहते हैं, जिससे उनके माता-पिता उन पर गर्व कर सकें। अपनी पहली फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ के लिए वह ‘सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता’ का लॉयंस गिल्ड और स्टारडस्ट अवॉर्ड जीत चुके हैं। इसके अलावा एक बड़े मीडिया ग्रुप ने उन्हें 2012 का ‘मोस्ट डिजायरेबल मैन’ का खिताब दिया था।              राजीव रंजन

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें