बागवानी के लिए इस्तेमाल होगा पुन: चक्रित जल
दिल्ली में गिरने जल स्तर को थमाने के लिए एक और नई पहल की शुरुआत हो गई है। दिल्ली वालों के लिए पानी की आपूर्ति बेहतर बनाने के लिए अब गैर जरूरी कार्यों के लिए केवल पुन: चक्रित पानी का प्रयोग...
दिल्ली में गिरने जल स्तर को थमाने के लिए एक और नई पहल की शुरुआत हो गई है। दिल्ली वालों के लिए पानी की आपूर्ति बेहतर बनाने के लिए अब गैर जरूरी कार्यों के लिए केवल पुन: चक्रित पानी का प्रयोग होगा।
इसकी शुरुआत में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने खुद को जोड़ा है और पीडब्ल्यूडी बागवानी के लिए इस पानी का प्रयोग करेगा। इस पहल से दिल्ली के लिए 1.75 मिलियन लीटर पानी की बचत होगी।
वर्तमान में जल बोर्ड बागवानी कार्यों के लिए जैसे सड़क के किनारों, सड़कों की मध्य पट्टिका व अन्य स्थलों के लिए भूजल का प्रयोग करता था। अब अक्टूबर 2015 से इन कार्यों के लिए पुन: चक्रित पानी का प्रयोग होगा।
बोर्ड का दावा है कि इससे भूजल का पानी बचेगा और उसे पीने के लिए प्रयोग किया जा सकेगा।
जल बोर्ड के अध्यक्ष कपिल मिश्रा ने बताया कि पीने योग्य पानी पर बोझ कम करने के लिए जल बोर्ड ने यह पहल की है।
इस पानी को केलव उपयोग के लायक गुणवत्ता स्तर पर शोधित करना होता है। जल बोर्ड सीईओ एस.एस. यादव ने बताया कि जल बोर्ड सभी उपभोक्तओं तक पाइप पानी पहुंचाने की नीति पर काम कर रहा है और पानी की बचत के लिए पहल कर रहा है।
जल बोर्ड के पास 17 जगहों पर शोधन प्लांट हैं, इन प्लांट की मदद से यह पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। ऐसे विभाग जहां पर इस पानी का प्रयोग हो सकता है उन विभागों को भी शोधित पानी का प्रयोग करने के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं।