फोटो गैलरी

Hindi Newsसोनौली सीमा पर नेपाल पुलिस और मधेसियों में झड़प

सोनौली सीमा पर नेपाल पुलिस और मधेसियों में झड़प

संविधान संशोधन के लिए प्रदर्शन को लेकर मधेसी आंदोलनकारियों और नेपाल सशस्त्र पुलिस बल के जवानों के बीच सोमवार को झड़प को हो गयी। लाठीचार्ज और पथराव के बाद सोनौली बार्डर पर तनाव बढ़ गया। शरारती तत्वों...

सोनौली सीमा पर नेपाल पुलिस और मधेसियों में झड़प
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 05 Oct 2015 04:41 PM
ऐप पर पढ़ें

संविधान संशोधन के लिए प्रदर्शन को लेकर मधेसी आंदोलनकारियों और नेपाल सशस्त्र पुलिस बल के जवानों के बीच सोमवार को झड़प को हो गयी। लाठीचार्ज और पथराव के बाद सोनौली बार्डर पर तनाव बढ़ गया। शरारती तत्वों ने आंदोलनकारियों पर पेट्रोल बम से हमला किया। पहाड़ी समुदाय के लोगों द्वारा मेन रोड, दो नम्बर गली व भंसार की तरफ से पथराव के बाद मधेसियों के जवाबी हमले में नेपाल पुलिस के डीएसपी शंकर खनाल समेत एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। हालात बेकाबू होते देख दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों के सख्त रुख अख्तियार करने के बाद आंदोलनकारी और पहाड़ी तितर-बितर हुए। बार्डर पर तनाव बरकरार है।

संयुक्त मधेसी मोर्चा के कार्यकर्ता पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत नो-मेंस लैंड के पास धरने की अनुमति लेने नेपाल पुलिस के पास गए। नेपाल पुलिस ने प्रदर्शनकारियों में से रमेश यादव, रामू यादव और सुरेश यादव को हिरासत में ले लिया। इस पर मधेसी आंदोलनकारी उग्र हो गए। हालात बेकाबू होते देख नेपाल पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिससे भगदड़ मच गयी। इसी दौरान पहाड़ी समुदाय के लोगों ने प्रदर्शनकारियों पर पथराव कर दिया। जवाब में आंदोलनकारियों ने नो-मेंस लैंड से जवाबी हमला शुरू कर दिया।

इस घटना में नेपाल पुलिस के डीएसपी शंकर खनाल घायल हो गए। उनके पैर में चोट लगी। आधे घंटे तक मेन रोड पर जमकर पथराव हुआ। इसी दौरान अराजकतत्वों ने मधेसी आंदोलनकारियों पर पेट्रोल बम से हमला किया। शुक्र रहा कि विस्फोट नहीं हुआ। इसी बीच दोनों देशों के सुरक्षा बलों की सख्ती के बाद मधेसी और पहाड़ी पीछे खिसके लेकिन गली में दोनों तरफ से पथराव हो गया। भंसार कार्यालय की तरफ से भी ईंट-पत्थर चले।

अफवाह में एक-दूसरे के मुल्क में पिटे नेपाली और भारतीय

संघर्ष के बीच सीमा इस पार अफवाह उड़ गयी कि नेपाल कस्टम पर पहाडि़यों के हमले में एक भारतीय ट्रक चालक की मौत हो गई। इसके बाद सोनौली में आए पहाडि़यों पर हमला शुरू हो गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर हमलावरों को भगाया और नेपालियों को कड़ी सुरक्षा में सीमा पार पहुंचाया गया।

सुरक्षा एजेंसियों ने संभाली कमान
बार्डर उस पार मधेसी, पहाड़ी और नेपाल पुलिस के बीच पथराव के दौरान भारतीय सुरक्षा एजेंसियां चौकन्ना हो गयीं। नो-मेंस लैंड पर जमा भीड़ को हटाया गया। इसके बाद नेपाल के अधिकारियों से हुई वार्ता में मेन रोड को खाली कराने पर सहमति बनी। सुरक्षा एजेंसियों के सख्त होने के बाद सोनौली-बेलहिया का मुख्य मार्ग खाली हुआ। पर अन्य नाकों पर पथराव जारी रहा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें