माओवादियों की वार्ता की पेशकश का पार्टियों ने किया स्वागत
उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और प्रमुख राजनीतिक पार्टियों ने माओवादियों की बातचीत की पेशकश का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही कहा कि नक्सलियों को हिंसा का रास्ता त्यागना होगा। नक्सल प्रभावित राज्य...
उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और प्रमुख राजनीतिक पार्टियों ने माओवादियों की बातचीत की पेशकश का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही कहा कि नक्सलियों को हिंसा का रास्ता त्यागना होगा।
नक्सल प्रभावित राज्य उड़ीसा के मुख्यमंत्री पटनायक ने कहा कि मैंने बार-बार कहा है कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ दें। उसके बाद ही बातचीत हो सकती है।
दूसरी तरफ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने माओवादियों के प्रस्ताव की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है क्योंकि यह उचित माध्यम से नहीं आया है।
भाजपा शासित राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा कि शर्तों पर कोई बातचीत संभव नहीं है। यह कोई गंभीर प्रस्ताव नहीं है, क्योंकि यह सिर्फ एक एसएमएस के जरिये आया है जो उचित माध्यम माध्यम नहीं है।
माओवादियों ने सोमवार को सशर्त संघर्ष विराम का प्रस्ताव रखते हुए सरकार से 72 दिन आक्रमण रोकने और बातचीत के लिए मध्यस्थों को शामिल करने की पेशकश की थी।
भाकपा के राष्ट्रीय सचिव डी राजा ने कहा कि दोनों ही तरफ से शर्त नहीं लगाई जानी चाहिए। वर्तमान स्थिति में माओवादियों को मुख्य धारा से जोड़ना बेहद जरूरी है।