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उत्तरी वजीरिस्तान में पाक सेना आई तो युद्ध होगाः तालिबान

उत्तरी वजीरिस्तान को पनाहगाह बनाए बैठे तालिबान के आतंकवादियों ने पाकिस्तान सरकार को धमकी दी है कि यदि क्षेत्र में कोई सैन्य अभियान शुरू किया गया तो वे बड़ा युद्ध छेड़ देंगे। चरमपंथी समूहों की...

उत्तरी वजीरिस्तान में पाक सेना आई तो युद्ध होगाः तालिबान
एजेंसीTue, 02 Feb 2010 11:37 AM
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उत्तरी वजीरिस्तान को पनाहगाह बनाए बैठे तालिबान के आतंकवादियों ने पाकिस्तान सरकार को धमकी दी है कि यदि क्षेत्र में कोई सैन्य अभियान शुरू किया गया तो वे बड़ा युद्ध छेड़ देंगे।

चरमपंथी समूहों की वेबसाइटों पर नजर रखने वाले अमेरिकी समूह साइट के अनुसार तालिबान शूरा इत्तिहाद उल मुजाहिदीन ने एक पर्चा वितरित कर स्थानीय लोगों से कहा है कि वे अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई से कहें कि युद्ध शुरू होने की सूरत में उन्हें सुरक्षित रास्ता मुहैया कराया जाए। शूरा ने पाक सरकार पर शांति समझौता तोड़ने का आरोप लगाया है।

पर्चे में कहा गया है कि यदि फौज ने यहां (उत्तरी वजीरिस्तान) में दूसरा अभियान शुरू किया तो मुजाहिद्दीन बड़ा युद्ध छेड़ देंगे। इसलिए स्थानीय निवासियों को निर्देश दिया जाता है कि वे कबाइली सरदारों की एक समिति बनाएं जो करजई से मिलकर क्षेत्र से पलायन के लिए सुरक्षित स्थान की मांग करे।

पर्चे में कहा गया है कि हालांकि करजई खुद काफिर हैं, लेकिन पाकिस्तानियों के मुकाबले वह अब भी शांति समझौते को बेहतर समझते हैं। इसमें कहा गया है कि भाइयों से इस खबर को फैलाने की गुजारिश की जाती है, ताकि यह पाकिस्तानी जनता के कानों तक पहुंच सके।

शूरा ने आरोप लगाया कि सरकार हालात का फायदा उठा रही है और उसने एजेंसी में खुफिया नेटवर्क स्थापित कर लिया है तथा बहुत से आतंकवादियों और नागरिकों को मार दिया है।

इसमें कहा गया है कि शांति समझौते के अनुरूप सरकार कबाइली एजेंसी के जानिखेल और बक्काखेल से सैनिक हटाने पर सहमत हो गई थी, लेकिन इसके विपरीत उसने सैनिकों की संख्या में इजाफा कर दिया है।

पाक सेना ने सबसे पहले पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत में सैन्य अभियान शुरू किया था और फिर दक्षिणी वजीरिस्तान में फौजी कार्रवाई की। अब ऐसा माना जा रहा है कि फौज उत्तरी वजीरिस्तान में भी आक्रामक अभियान छेड़ने की तैयारी कर रही है।

मुजाहिद्दीन परिषद फरवरी 2009 में स्थापित हुई थी जिसमें उत्तरी वजीरिस्तान तालिबान का नेता हाफिज गुल बहादर, दक्षिणी वजीरिस्तान का मुल्ला नजीर और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का तत्कालीन नेता बैतुल्ला मेहसूद शामिल था।

नजीर और बहादर पाकिस्तान में तालिबान की गतिविधियों का हिस्सा नहीं हैं। उन्होंने मुल्ला उमर और ओसामा बिन लादेन की ओर से गठबंधन खड़ा किया था।

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