युवाओं के पास खुद को साबित करने का मौका: सहवाग
भारत के कार्यवाहक कप्तान वीरेंद्र सहवाग का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह जैसे दिग्गज खिलाड़ियों की गैर-मौजूदगी ने 2011 विश्व कप से पहले युवा खिलाड़ियों को परखने का मौका दिया है और यह...
भारत के कार्यवाहक कप्तान वीरेंद्र सहवाग का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह जैसे दिग्गज खिलाड़ियों की गैर-मौजूदगी ने 2011 विश्व कप से पहले युवा खिलाड़ियों को परखने का मौका दिया है और यह रिजर्व खिलाड़ियों की संख्या बढ़ाने के लिए जरूरी है।
श्रीलंका के खिलाफ गुरुवार को चौथे वनडे में भारत अपने दो अहम खिलाड़ियों प्रतिबंधित कप्तान धोनी और चोटिल युवराज के बिना उतरेगा। कोलकाता में जीत भारत को सीरीज में जीत दिला सकती है। सहवाग ने कहा कि जब सीरीज चल रही होती है तो टीम को मैच खेलने ही होते हैं, फिर चाहे कोई भी खिलाड़ी टीम के अंदर हो या बाहर। निश्चित तौर पर हमें उनकी कमी खलेगी लेकिन हमें अपने अन्य विकल्पों पर भी गौर करना होगा।
सहवाग ने कहा कि युवाओं को उनके देश के लिए खेलने का मौका मिल रहा है और अगर वे अच्छा प्रदर्शन करते हैं और अपनी छाप छोड़ेते हैं तो यह टीम के लिए भी अच्छा है। रिवर्ज खिलाड़ियों का पूल इससे मजबूत होता जाएगा। उन्होंने कहा कि 2011 विश्व कप को देखते हुए अगर विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिलता है और वे रन बनाते हैं जो हमारे बेंच स्ट्रेंथ मजबूत होगी।
सहवाग ने कोहली की तारीफ करते हुए कहा कि वह प्रतिभावान खिलाड़ी हैं। वह चैम्पियंस ट्राफी में काफी अच्छा खेला। उम्मीद करता हूं कि वह भविष्य में स्टार बनेगा। भारत सीरीज ने 2-1 से आगे चल रहा है और सहवाग ने कहा कि वे इस बार सीरीज जीतने के मौके को अपने हाथ से नहीं निकलने देंगे।