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कोपेनहेगन में भारत नहीं तोड़ेगा करार: सरकोजी

फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी ने दिसंबर में जलवायु परिवर्तन पर होने वाले कोपेनहेगन सम्मेलन के संदर्भ में भारत के रूख पर चर्चा करते हुए कहा है कि इस मौके को हमें एक ऐतिहासिक भूल में परिवर्तित...

कोपेनहेगन में भारत नहीं तोड़ेगा करार: सरकोजी
एजेंसीSat, 28 Nov 2009 01:58 PM
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फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी ने दिसंबर में जलवायु परिवर्तन पर होने वाले कोपेनहेगन सम्मेलन के संदर्भ में भारत के रूख पर चर्चा करते हुए कहा है कि इस मौके को हमें एक ऐतिहासिक भूल में परिवर्तित नहीं होने देना चाहिए और भारत इस मुद्दे पर करार तोड़ने वाला साबित नहीं होगा।

सरकोजी ने भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ दोपहर के भोजन के वक्त जलवायु परिवर्तन पर चर्चा की और कहा कि वह इस बात पर पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि मनमोहन 18 दिसंबर को जलवायु परिवर्तन पर होने वाले सम्मेलन में जरूर भाग लेंगे।

उल्लेखनीय है कि मनमोहन राष्ट्रमंडल देशों के प्रमुखों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए वर्तमान में पोर्ट ऑफ स्पेन में हैं। लेकिन कोपेनहेगन सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए देश के पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश को अधिकृत किया गया है।

इस पर सरकोजी ने कहा कि भारत के पास कोपेनहेगन में खोने को कुछ भी नहीं है और पाने के लिए सबकुछ है। अगर भारत को अपनी बात सुनानी है, तो उसे वहां मौजूद रहना पड़ेगा।
   
उन्होंने कहा कि हम इस मौके पर चूक बर्दाश्त नहीं कर सकते। इसलिए यह आवश्यक है कि 18-19 दिसंबर को कोपेनहेगन में सभी देशों के राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष जरूर मौजूद रहें। इस मामले में हमें बाध्यकारी निर्णय के साथ प्रतिबद्ध होने की आवश्यकता है।
   
उन्होंने कहा कि ब्राजील जैसे औद्योगिक देशों को 2050 तक कार्बन उत्सर्जन में 50 फीसदी तक की कटौती करने की प्रतिबद्धता रखनी चाहिए।

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