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हिलेरी क्लिंटन पर भेदभाव करने का मुकदमा

अमेरिकी की विदेश मंत्री हिलेरी रोडहम क्लिंटन और विदेश विभाग पर एक राजनयिक ने आरोप लगाते हुए मुकदमा किया है कि उम्र को लेकर उनके साथ भेदभाव किया गया। एलिजाबेथ कोल्टन नाम की इस राजनयिक के वकीलों ने...

हिलेरी क्लिंटन पर भेदभाव करने का मुकदमा
एजेंसीSat, 19 Sep 2009 01:40 PM
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अमेरिकी की विदेश मंत्री हिलेरी रोडहम क्लिंटन और विदेश विभाग पर एक राजनयिक ने आरोप लगाते हुए मुकदमा किया है कि उम्र को लेकर उनके साथ भेदभाव किया गया।

एलिजाबेथ कोल्टन नाम की इस राजनयिक के वकीलों ने शुक्रवार को कोलंबिया जिले के अमेरिकी जिला अदालत में कल मुकदमा दायर कर आरोप लगाया कि हिलेरी क्लिंटन और विदेश विभाग ने एक अनिवार्य सेवानिवृति आयु लागू कर और अल्जीरिया स्थित अमेरिकी दूतावास में उन्हें काम पर रखने से इनकार कर अपने अधिकारों का हनन किया।

कोल्टन (64) ने अदालत में पेश किये गये दस्तावेजों में आरोप लगाया है कि अल्जीयर्स में राजनीतिक़-आर्थिक परामर्शदाता के लिये उन्हें सबसे योग्य समझा गया। उन्होंने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया, जिसे बाद में निरस्त कर दिया गया। ऐसा तब हुआ जब अधिकारियों ने महसूस किया कि वह विदेश सेवा अधिकारियों के 65 साल की सेवानिवृति की आयु तक अपनी नौकरी के दौरान सिर्फ 16 महीनों में पहुंच जायेगी।

हिलेरी और विदेश विभाग पर यह आरोप भी लगाया गया है कि कोल्टन को अपने करियर का समापन करने के लिये एक कम महत्व के पद पर नियुक्त होने के लिये मजबूर किया गया।

अल्जीरिया में उन्हें नियुक्त करने से इनकार कर कानून के तहत समान संरक्षण के उनके संवैधानिक अधिकारों को खारिज कर दिया गया। कोल्टन के वकील थॉमस बंडी तृतीय ने कहा कि जरा कल्पना कीजिये, यदि कोई व्यक्ति हिलेरी क्लिंटन से कहे कि वह विदेश मंत्री नहीं हो सकती, क्योंकि अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले वह 65 साल की हो जायेगी। हमारा मानना है कि विदेश मंत्रलय को इस गैरकानूनी और भेदभाव वाली नीति को रोकना चाहिये।

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