सरकारी नौकरी करने वाले दूल्हों की बढ़ी मांग
शादी-ब्याह के मामलों में भी मंदी का असर साफ नजर आने लगा है। इस संबंध में विभिन्न वेबसाइटों से मिली रिपोर्ट के अनुसार रिश्ते तय करने में अब सरकारी नौकरी को प्राइवेट नौकरी के मुकाबले अधिक महत्व दिया जा...
शादी-ब्याह के मामलों में भी मंदी का असर साफ नजर आने लगा है। इस संबंध में विभिन्न वेबसाइटों से मिली रिपोर्ट के अनुसार रिश्ते तय करने में अब सरकारी नौकरी को प्राइवेट नौकरी के मुकाबले अधिक महत्व दिया जा रहा है।
वैसे सरकारी नौकरियां सदा से ही लोगों को सुरक्षित लगती रही हैं। इसीलिए विवाह के बाजार में ऐसे दूल्हों की मांग अधिक होती रही है, लेकिन पिछले दशक में इस स्थिति में साफ तौर पर बदलाव देखा गया। इसकी वजह थी प्राइवेट नौकरियों में मिलने वाली ऊंची तनख्वाह। तब लग्जरी लाइफ के शौकीनों को असुरक्षित होने के बावजूद निजी क्षेत्र की नौकरियां ठीक लगने लगीं और विवाह के बाजार में भी इनकी मांग बढ़ी। पर अब मंदी ने स्थिति को एक बार फिर से बदल दिया है।
shaadi.com से मिली एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल के मुकाबले इस साल सरकारी जॉब करने वाले दूल्हों की मांग में 45 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अन्य वेबसाइटों के आंकड़े भी कुछ ऐसी ही कहानी बयां करते हैं। तो हो गई है सरकारी दूल्हों की बल्ले-बल्ले!