कपड़े उतारने की घटना पर महिला आयोग सख्त
राष्ट्रीय महिला आयोग ने पटना में सरेआम कथित तौर पर एक महिला के कपड़े उतारे जाने की घटना पर दुख जताते हुए इस सिलसिले में बिहार सरकार से एक रिपोर्ट मांगी है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह सुनिश्चित...
राष्ट्रीय महिला आयोग ने पटना में सरेआम कथित तौर पर एक महिला के कपड़े उतारे जाने की घटना पर दुख जताते हुए इस सिलसिले में बिहार सरकार से एक रिपोर्ट मांगी है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष गिरिजा व्यास ने कहा कि घटना की टीवी फुटेज देखकर उन्हें दुख पहुंचा है और उन्होंने इस घटना के बारे में एक रिपोर्ट मांगी है। पटना में गुरुवार को सरेआम लोगों के एक समूह ने 22 वर्षीय एक महिला के कथित तौर पर कपड़े उतार दिए थे।
पुलिस ने बताया कि यह महिला झारखंड के जसीडीह की रहने वाली है। वह कथित तौर पर देह व्यापार में शामिल थी। पैसे के बंटवारे को लेकर राकेश नाम के एक संदिग्ध दलाल के साथ उसका झगड़ा हो गया था। महिला इसके बाद राकेश का मोबाइल लेकर उससे और अधिक पैसों की मांग करने लगी। इस पर राकेश चिल्लाने लगा कि इस महिला ने उसका मोबाइल फोन चुरा लिया है जिसके बाद लोगों के एक समूह ने इस महिला की पिटाई की और कथित तौर पर उसके कपड़े फाड़ दिए।
व्यास ने बताया कि इस तरह की कोई घटना होने पर किसी भी व्यक्ति को पुलिस के पास जाना चाहिए था लेकिन ऐसा किसी ने नहीं किया। मैंने आयुक्त और मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिख दिया है कि उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए कि इस तरह की घटनायें न हो।
इस घटना पर प्रतिक्रिया जताते हुए पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री रेणुका चौधरी ने कहा कि यह मुख्यमंत्री की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह इस तरह के तत्वों के खिलाफ कार्रवाई कर एक उदाहरण पेश करें। उन्होंने कहा कि यदि वह कोई कार्रवाई करते हैं तो एक संदेश जाएगा कि सरकार इस तरह के व्यवहार को बर्दाश्त और स्वीकार नहीं करने जा रही है।