लालगढ़ पर माओवादी कब्जा, स्थिति तनावपूर्ण
पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में चुनाव बाद की हिंसा नियंत्रण के बाहर हो गई है। माकपा दफतरों में माओवादियों ने आगजनी की और माकपा के गढ़ लालगढ़ पर माओवादियों ने कब्जा कर लिया है। इलाके को सुरक्षाबलों...
पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में चुनाव बाद की हिंसा नियंत्रण के बाहर हो गई है। माकपा दफतरों में माओवादियों ने आगजनी की और माकपा के गढ़ लालगढ़ पर माओवादियों ने कब्जा कर लिया है। इलाके को सुरक्षाबलों ने घेर रखा है।
लालगढ़ इलाके में पूरी तरह से कर्फ्यू जैसी स्थिति है। माओवादियों का खौफ इतना है कि पुलिसवालों ने अपने आपको पुलिस थानों में बंद कर लिया है। सारे सरकारी कर्मचारी दफ्तरों में ताले लगाकर भाग गए हैं। माओवादी सरकारी दफ्तरों में तोड़फोड़ कर रहे हैं।
स्थिति को नियंत्रण से बाहर जाते देख पश्चिम बंगाल ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस की कुछ और टुकड़ियां मांगी गई हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि इलाके के लोग माओवादियों के साथ हैं। माओवादी नेता चक्रधर महतो ने एक निजी चैनल पर बातचीत के दौरान कहा कि वह सरकार से बात करना चाहते हैं।
इससे पहले मंगलवार को हुई बैठक में बंगाल माकपा राज्य कमेटी के सदस्य व परिवहन मंत्री सुभाष चक्रवर्ती ने कहा कि लालगढ़ में माओवादियों के समक्ष सरकार ने आत्म समर्पण किया है। इसके पहले वाममोर्चा के विधायकों ने हिंसा नहीं रोक पाने के लिए बुद्धदेव भट्टाचार्य की आलोचना की थी। चुनाव बाद हिंसा के सवाल पर बुद्धदेव माकपा में ही नहीं, बल्कि पूरे वाममोर्चा में अलग-थलग पड़ गए हैं। पूर्वी व पश्चिमी मेदिनीपुर व दूसरे इलाकों में हिंसा थमने की बजाय बढ़ती जा रही है।
पूर्वी मेदिनीपुर के इटाबेड़िया व बासुदेवबेड़िया स्थित माकपा कार्यालयों से बंदूक ,बम समेत भारी संख्या में अस्त्र-शस्त्र बरामद किए गए। इसके पहले खेजुरी से माकपा नेताओं के घर व दफ्तर से हथियारों का जखीरा बरामद हुआ था। कांग्रेस व तृणमूल कांग्रेस ने हथियारों के जखीरे बरामद करने के लिए हर जगह माकपा नेताओं के घर व दफ्तर की तलाशी लिए जाने की मांग की है।
मंगलवार को एक बैठक कर दो केंद्रीय मंत्रियों प्रणव मुखर्जी व ममता बनर्जी ने हिंसा जारी रहने पर गहरी चिंता जताई। ममता के निर्देश पर पूर्वी मेदिनीपुर के खेजुरी में तृणमूल कांग्रेस ने शांति जुलूस निकाला और पुलिस बायकाट खत्म कर दिया पर पुलिस से असहयोग आंदोलन चलाते रहने का ऐलान किया।
उधर प. मेदिनीपुर के लालगढ़ में लाइसेंसधारी नागरिकों ने माओवादियों के समक्ष हथियार जमा कर दिए। ऐसा उन्होंने इसलिए किया ताकि माकपा कैडर हथियार उनसे छीन न लें। उसी दौरान माकपा के एक कार्यालय को आग लगा दी। मंगलवार को उत्तर 24 परगना, बर्दवान, हुगली, मुर्शिदाबाद, नदिया और मालदह में भी माकपा व विपक्षी कार्यकताओं के बीच हिंसक संघर्ष जारी रहने और उसमें 25 लोगों के घायल होने की खबरें हैं।
अपने कार्यकर्ताओं व समर्थकों पर लगातार बढ़ते हिंसक हमलों से चिंतित माकपा ने केंद्र सरकार से हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति पर काबू पाने के लिए तुरंत अर्द्ध-सैनिक बल भजने की मांग की है। माकपा पोलित ब्यूरो ने राज्य में हिंसा पर चिंता व्यक्त करते हुए तृणमूल कांग्रेस व माओवादियों पर कार्यकर्ताओं के अपहरण व हत्याएं कराने के आरोप लगाए हैं।