फोटो गैलरी

Hindi Newsसामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता बुनियाद है: लालू

सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता बुनियाद है: लालू

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को कहा कि सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता उनकी पार्टी की बुनियाद है और जब तक समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों को...

सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता बुनियाद है:  लालू
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 11 Jun 2009 10:13 PM
ऐप पर पढ़ें

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को कहा कि सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता उनकी पार्टी की बुनियाद है और जब तक समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे लोगों को न्याय नहीं मिलेगा तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।


यादव ने यहां पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अपने विशेष अंदाज में कहा आज मेरा जन्म दिन है और इस जन्म दिन का मुझे पता नहीं है फिर भी आपने मनाया है। उन्होंने कहा कि जब तक समाज के अंतिम पंक्ति में बैठा व्यक्ति अपना जन्म दिन नहीं मना लेता राजद का संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने सवालिए लहजे में पूछा क्या गरीब को अपना जन्म दिन याद नहीं रहता लेकिन पैसे के अभाव के कारण ऐसे लोग जन्म दिन रिपीट दिन नहीं मनाते।

उन्होंने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश डा.राममनोहर लोहिया डा. अंबेदकर जो सपना देखा था वह अभी तक पूरा नहीं हुआ है और इसके लिए संघर्ष करना होगा। सत्ता के लिए जो खेल चल रहा है वह जनता से छुपा नहीं है।
 राजद अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी समाज के हर तबको को साथ लेकर चलने के अलावा समाजिक न्याय की जड़ को मजबूत करने का भी काम किया है। उन्होंने बगैर किसी दल का नाम लिए हुए कहा कि यह दोस्ती ज्यादा दिन तक चलने वाली नहीं है लेकिन इसके लिए परिश्रम करने की जरूरत है। यादव ने कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में पार्टी को हार का सामना जरूर करना पड़ा है लेकिन इसके लिए जिम्मेवार कौन है इसे कार्यकर्ता अच्छी तरह से समझ रहे हैं। पूर्व रेलमंत्री कहा कि लालू से किसी मतदाता को शिकायत नहीं है। बिहार में इस बार के चुनाव में सभी मतदान केन्द्रों पर होम गार्ड को लगाया और कई मतदान केन्द्रों पर तो तीन बजे तक ही मतदान की प्रक्रिया को बंद कर दिया गया। हालांकि उन्होंने कहा कि पार्टी या फिर उसके गठबंधन को मिले मत का प्रतिशत बहुत अधिक है। 


 राजद नेता यादव ने कार्यकर्ताओं से संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की अपील करते हुए कहा कि इसके लिए पार्टी स्तर पर पहल शुरू कर दी गई है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से एक बार फिर कहा कि वह अब दिल्ली नहीं जाएंगे और संगठन को मजबूत बनाने पर ध्यान लगाएंगे। पार्टी को कैडर पर आधारित बनाया जाएगा और इसके लिए 18 से 35 वर्ष के नवयुवकों को सदस्यता दी जाएगी साथ ही उन्हें साधन भी मुहैय्या कराया जाएगा।
 राजद अध्यक्ष कहा कि ऐसे पढ़े लिखे नवयुवकों को 30 प्रतिशत स्थानीय निकाय और विधानसभा में स्थान पार्टी की ओर से सुनिश्चित कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से वह 15 जून को मगध प्रमंडल,16 को मुंगेर, 17 को भागलपुर, 18 को कोसी तथा 20 तिरहुत प्रमंडल का दौरा कर कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। इसके बाद जिलास्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमें संघर्ष और संगठन साथ-साथ चलेगा। सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि बिहार की सरकार अस्वस्थ हो गई है और इस सरकार में लूट, अपहरण और हत्या की घटनाएं बढ़ी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपने हक की लड़ाई लड़ने की अपील करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार में बगैर लडाई लड़े कुछ भी संभव नहीं है।
 
सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम रजक ने एक राजनीतिक प्रस्ताव रखा जिसमें यादव के प्रति पूरी आस्था व्यक्त करते हुए उनके नेत्तृव में समाजिक न्याय. धर्मनिरपेक्षता और जनमुखी विकास के लिए संघर्ष करने की घोषणा की गई।
 
पार्टी के वरिष्ठ नेता रामचन्द्र पूर्वे ने एक अन्य राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया जिसमें कहा गया कि पार्टी समाजवादी विचारधारा की जिस विरासत को लेकर चला है उसमें महिलाओं के प्रति आदर और सम्मान का भाव स्वत सन्निहित है इसलिए नीतिगत रूप से राजद महिला आरक्षण का समर्थक है लेकिन जिस रूप में महिला आरक्षण विधेयक राज्यसभा में प्रस्तुत किया गया उस पर पार्टी की सहमति नहीं है। राजद चाहता है कि महिला आरक्षण विधेयक में अन्य पिछड़े वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक वर्ग की महिलाओं को समानुपातिक प्रतिनिधित्व दिया जाए। वर्तमान विधेयक में इसका प्रावधान नहीं है इसलिए राजद को वर्तमान स्वरूप में यह विधेयक स्वीकार नहीं है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें