ओबामा-मिशेल के लिए प्रणब ने दिया रात्रिभोज
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की ऐतिहासिक भारत यात्रा के अनुरूप उनके और उनकी पत्नी मिशेल के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में आयोजित रात्रिभोज भी ऐतिहासिक रहा। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की मेजबानी में...
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की ऐतिहासिक भारत यात्रा के अनुरूप उनके और उनकी पत्नी मिशेल के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में आयोजित रात्रिभोज भी ऐतिहासिक रहा। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की मेजबानी में रविवार रात पौने नौ बजे आयोजित इस भोज में लगभग 250 लोग आमंत्रित थे। राष्ट्रपति भवन में संभवत: यह पहला रात्रिभोज था जिसमें इतनी बड़ी तादाद में लोगों को आमंत्रित किया गया। आमतौर पर यहां रात्रिभोज में बमुश्किल 100 मेहमान होते हैं।
इसमें उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और कई केंद्रीय मंत्री मौजूद थे। कई राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी आमंत्रित थे।
रात्रि भोज में ओबामा और मिशेल ने भारतीय व्यंजनों का जायका लेने के साथ ही शास्त्रीय संगीत का भी आनंद लिया। भोज के दौरान मणिपुरी, ओडिशी, कथक, भरत नाट्यम और कथकलि नृत्य प्रस्तुत किए गए। भोज में फिल्म उद्योग और खेल क्षेत्र की कई मशहूर हस्तियों ने भी हिस्सा लिया।
सूत्रों ने बताया कि भोज के पहले नृत्य कार्यक्रम के दौरान जिन प्रमुख लोगों ने शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत किया, उनमें माधवी मुद्गल ने ओडिशी, प्रेरणा माली ने कथक, गीता चंद्रन ने भरत नाट्यम, राजेंद्र पिल्लई ने कथकलि तथा चारु शिजा माथुर ने मणिपुरी नृत्य प्रस्तुत किया। इनके अलावा करीब 30 अन्य नृत्य कलाकारों ने भी इसमें शिरकत की। सूत्रों के अनुसार इस कार्यक्रम के लिए कई दिनों से राष्ट्रपति भवन में पूर्वाभ्यास चल रहा था।
गलौती कबाब से मालपुआ तक किए गए पेश
रात्रिभोज के लिए निरामिष और सामिष दोनों तरह के व्यंजन तैयार किए गए थे। इनमें निरामिष व्यंजनों के तहत ब्रोकोली और वॉलनट सूप, दही कबाब, तंदूरी मशरूम, हरियाली कबाब, अचारी पनीर, छोले, हाक का साग, बेड़मी आलू, चौंका मटर, कड़ही पकौड़ी, दाय रायसीना, केसरिया चावल, तंदूरी व अन्य कई तरह की रोटियां, परांठे, कुलचे, दही गुजिया, पापड़, रबड़ी के साथ मालपुआ, खजूरयुक्त पुडिंग आदि शामिल थे।
सामिष व्यंजनों में ब्रोकोली और वॉलनट सूप, गलौती कबाब, चिकेन मलाई टिक्का, सौंफिया मछली टिक्का, सरसोंवाली फिश करी, चिकेन कोरमा, गोश्तबा, लैंब का भुना गोश्त, मटन रोगन जोश, कड़ाही पकौड़ी, दाल रायसीना, केसरिया चावल, तंदूरी व मिस्सी रोटियां, पुदीना परांठा, कुलचे, दही गुजिया, पापड़ आदि शामिल थे। इनके साथ साथ फल भी थे। चाय, काफी और कहवा भी था। एक अधिकारी के मुताबिक व्यंजनों का चुनाव इस तरह किया गया था कि इनसे भारत के तमाम क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व हो सके।
प्रणब की पत्नी ने मिशेल को उपहार में दिया पश्मीना शॉल
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक आेबामा की पत्नी मिशेल आेबामा को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पत्नी शुभ्रा मुखर्जी से उपहार के रूप में कश्मीर की कढमई की गई पश्मीना शॉल मिली है। आेबामा और मिशेल ने जब रविवार शाम राष्ट्रपति भवन में मुखर्जी दंपति से मुलाकात की तो मिशेल को हाथ से की गई कढमई वाली मक्खन और फिरोजी रंग की शॉल भेंट की गई।
राष्ट्रपति मुखर्जी ने उन्हें विशेष रूप से डिजाइन किया गया टी-सेट भेंट किया जिस पर लखनऊ के पेंटर सुकुमार बोस द्वारा राष्ट्रपति भवन में बनाए गए भित्तिचित्र उकरे गए है। आेबामा को राजस्थान के चित्रकार जय कुमार की बनाई एक पेंटिंग भी भेंट की गई जिन्होंने राष्ट्रपति भवन के गलियारे की छत पर बने बोस के भित्तिचित्र को कैनवस पर उतारा है।
1912 में लखनऊ में जन्मे और बंगाल स्कूल ऑफ आर्ट में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले बोस राष्ट्रपति भवन में 1970 तक क्यूरेटर रहे। वह गीता के श्लोक और रामायण के दृश्य राष्ट्रपति भवन के गलियारे की छत पर बनाया करते थे। राष्ट्रपति ने इसके साथ ही 85 वर्ष पुरानी इस इमारत के बारे में पुस्तकें आेबामा को भेंट की।