दिल्ली दंगल में दलों के सामने अंदरूनी चुनौती
दिल्ली विधानसभा चुनाव में नामांकन के लिए सिर्फ दो दिन शेष हैं और दलों का भीतरी असंतोष उभरने लगा है। भाजपा अभी तक प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं कर सकी है। वहीं, कांग्रेस को दिल्ली इकाई प्रमुख अरविंदर...
दिल्ली विधानसभा चुनाव में नामांकन के लिए सिर्फ दो दिन शेष हैं और दलों का भीतरी असंतोष उभरने लगा है। भाजपा अभी तक प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं कर सकी है। वहीं, कांग्रेस को दिल्ली इकाई प्रमुख अरविंदर सिंह लवली के चुनाव न लड़ने पर सफाई देनी पड़ रही है। ‘आप’ के सामने भी अपने पुराने साथियों से जूझने की चुनौती है।
केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन को रविवार को भाजपा नेता किरण बेदी से बिना मिले लौटना पड़ा। हालांकि हर्षवर्धन ने इस बारे में कहा कि उन्हें आने में देर हो गई थी और बेदी पहले ही निकल गई थीं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि हर्षवर्धन ने बेदी को बताया था कि उन्हें आने में देर लगेगी।
उधर, कांग्रेस दिल्ली इकाई के प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। लवली पिछली दफा जीते कांग्रेस के आठ विधायकों में से एक हैं। माना जा रहा है कि अजय माकन को दिल्ली चुनाव में पार्टी का चेहरा बनाने के कारण लवली ने यह फैसला किया है। हालांकि दिल्ली में पार्टी मामलों के प्रभारी पीसी चाको ने कहा कि पार्टी ने ही उनसे चुनाव से हटने का आग्रह किया था।