महाराष्ठ में भाजपा को समर्थन पर एनसीपी में मतभेद
महाराष्ट्र में भाजपा सरकार को बाहर से समर्थन देने के एनसीपी प्रमुख शरद पवार के फैसले पर एनसीपी के नेताओं ने विरोध जताना शुरू कर दिया है। भाजपा को समर्थन के मुद्दे पर अलीबाग में पार्टी के चिंतन शिविर...
महाराष्ट्र में भाजपा सरकार को बाहर से समर्थन देने के एनसीपी प्रमुख शरद पवार के फैसले पर एनसीपी के नेताओं ने विरोध जताना शुरू कर दिया है। भाजपा को समर्थन के मुद्दे पर अलीबाग में पार्टी के चिंतन शिविर में नेताओं के मतभेद दिखे। मगर पवार के बचाव में उनकी सांसद बेटी सुप्रिया सुले और भतीजे अजित पवार सामने आए हैं।
गुरुवार को सुप्रिया और अजित ने पत्रकारों के सामने सफाई दी है कि समर्थन के मुद्दे पर पार्टी मंल कोई मतभेद नहीं है। सुप्रिया ने कहा है कि वह अपने पिता के फैसले के खिलाफ कैसे जा सकती हैं। पार्टी नेतृत्व का फैसला सबको मंजूर है। वहीं अजित ने कहा कि पवार ने जो भूमिका अपनाई है वह पार्टी की भूमिका है।
चर्चा के मुताबिक शिविर में सुप्रिया और जयंत पाटील सहित कई नेताओं ने अपनी भावना जाहिर करते हुए भाजपा को समर्थन देने के फैसले को गलत बताया था। नेताओं का कहना था कि भाजपा के साथ एनसीपी का वैचारिक मतभेद है। भाजपा सांप्रदायिक पार्टी है। उसे समर्थन देने से एनसीपी के खिलाफ जनता में गलत संदेश जा रहा है और इससे भविष्य में पार्टी को नुकसान पहुंचेगा।
लेकिन सुप्रिया ने सफाई देते हुए कहा है कि मैंने और जयंत ने पार्टी के फैसले के खिलाफ कुछ नहीं कहा था। मीडिया में अफवाहें फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि शिविर में खुली बहस हो रही थी और पार्टी की स्थिति बेहतर करने को लेकर विचार व्यक्त किए जा रहे थे। इसके अलावा कोई और चर्चा नहीं हुई। सुप्रिया ने अपने पिता का भी बचाव करते हुए कहा कि पवार ने भाजपा सरकार गिराने की बात नहीं की थी।