समान अवसरों के लिए महिला आरक्षण विधेयक जरूरी: नजमा
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने आज कहा कि वह चाहेंगी कि महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा में पारित हो जाए क्योंकि महिलाओं को समान अवसर प्रदान करने के...
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने आज कहा कि वह चाहेंगी कि महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा में पारित हो जाए क्योंकि महिलाओं को समान अवसर प्रदान करने के लिए यह जरूरी है।
भारत में लड़कियों की स्थिति पर रिपोर्ट पेश करने के बाद नजमा ने संवाददाताओं से कहा, मैं चाहूंगी कि विधेयक पास हो जाए। रिपोर्ट में लड़कियों की धुंधली तस्वीर पेश की गई है जिसमें उनके साथ लड़कों की तुलना में व्यापक भेदभाव होने का उल्लेख किया गया है। अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने काफी फैसले किये हैं और लोकसभा में यह विधेयक पास होना चाहिए। गौरतलब है कि यह विधेयक पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के समय में राज्यसभा में पास हो गया था।
यह पूछे जाने पर कि क्या इस विधेयक को 24 नवंबर से शुरू हो रहे आगामी सत्र के दौरान निचले सदन में लाया जाएगा। नजमा ने कहा कि यह सवाल संसदीय कार्य मंत्री से पूछा जाना चाहिए।
हालांकि भाजपा और विपक्षी कांग्रेस ने विधेयक को अपना समर्थन दिया है लेकिन कुछ विपक्षी दल इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं। नजमा ने कहा कि वह पहले महिलाओं के लिए आरक्षण के पक्ष में नहीं थी लेकिल बाद में यह महसूस करते हुए अपना रूख बदला कि उनकी कोई आवाज उठाने वाला नहीं है और कोई उनकी सुनने वाला भी नहीं है। उन्हें समान अवसर की जरूरत है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनके मंत्रालय ने सभी छात्रवृत्तियों में लड़कियों को 33 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया है और महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए उसके काफी संख्या में विशेष कार्यक्रम भी हैं।