वो आया और ले गया अपनी करोड़ी ईदी
‘किक’ का बजट 100 करोड़ से अधिक बताया जा रहा है। फिल्म देखने से पता चलता है कि वाकई साजिद नाडियाडवाला ने फिल्म का निर्माता होने का दायित्व भी बखूबी निभाया है। बावजूद इसके...
‘किक’ का बजट 100 करोड़ से अधिक बताया जा रहा है। फिल्म देखने से पता चलता है कि वाकई साजिद नाडियाडवाला ने फिल्म का निर्माता होने का दायित्व भी बखूबी निभाया है।
बावजूद इसके ‘किक’ को हिट या सुपरहिट की कैटेगरी में नहीं रखा जा सकता। ‘किक’ अपने इस कलेक्शन के बल पर फिलहाल औसत से बेहतर ही कही जा सकती है, जिसकी वजह है इसका भारी-भरकम बजट। आने वाले दिनों में अगर ये 200 करोड़ का आंकड़ा छूती है तो ही इसे किसी तमगे से नवाजा जा सकता है।
वो इस बार अपनी ईदी लेने जरूर आएगा...
बेशक वो इस बार ईद पर आया और तबियत से अपनी ईदी लेकर भी गया। जी हां, यहां बात सलमान खान की ही हो रही है। साल 2009 से सलमान खान का ईद बॉक्स ऑफिस पर एक तरह का पेटेन्स सा हो गया है। पिछले साल वो इस पेटेन्ट को शायद रिन्यू कराना भूल गये थे, जिसकी कसर उन्होंने इस साल पूरी कर दी है। ‘किक’ को एक हफ्ते में जबरदस्त ओपनिंग मिली है। ‘धूम 3’ के बाद ‘किक’ दूसरी ऐसी फिल्म है, जिसे पब्लिक से इतना बढिया रिस्पांस मिला है।
हालांकि सलमान खान हमेशा कहते रहे हैं कि वो बॉक्स ऑफिस को ध्यान में रखकर या रिकॉर्ड बनाने के लिए फिल्में नहीं बनाते। लेकिन अब बड़ी फिल्मों की गुणवत्ता के लिए नित नए कलेक्शन के रिकॉर्ड बनाना और तोड़ना शायद एक मजबूरी बन गयी है। ‘किक’ इसका एक अच्छा उदाहरण है, जिसने चार दिनों में 100 करोड़ का आंकड़ा पार किया। सलमान के फैन्स के लिए यह एक अच्छी खबर हो सकती है, लेकिन देखा जाए तो सलमान खान आमिर की ‘धूम 3’ और शाहरुख खान की पिछले साल ईद के ही मौके पर रिलीज हुई फिल्म ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ से पीछे हैं। ‘धूम 3’ ने 100 करोड़ दो दिन में और ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ ने तीन दिन में 100 करोड़ पूरे किये थे। यहां फिल्म ‘कृष 3’ का जिक्र करना भी जरूरी है, जिसमें बिना पेड प्रिव्यूज के तीन दिन में 100 करोड़ का आंकड़ा पार किया था, जबकि ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ के 100 करोड़ी कलेक्शन में पेड प्रिव्यूज का कलेक्शन भी शामिल था।
अगर ‘किक’ को रिकॉर्ड की रेस से बाहर कर दें और इसके चार दिनों के कलेक्शन पर नजर डालें तो भी ये बेहतर स्थिति में नजर आती है। वैसे भी इस साल 100 करोड़ का आंकड़ा पार करने वाली फिल्मों को यहां तक भी पहुंचने में 10 दिन का इंतजार करना पड़ा था। यही वजह है कि ‘किक’ को इस साल की अब तक की सबसे ज्यादा कलेक्शन करने वाली फिल्म माना जा रहा है। ‘किक’ ने सात दिनों के भीतर 164 करोड़ से अधिक कलेक्ट किये हैं। बावजूद इसके इसे हिट या सुपरहिट की कैटेगरी में नहीं रखा जा सकता। ‘किक’ अपने इस कलेक्शन के बल पर औसत से बेहतर कही जा सकती है, जिसकी वजह है इसका भारी-भरकम बजट।
जानकारी के अनुसार साजिद नाडियाडवाला द्वारा निर्देशित ‘किक’ का बजट 100 करोड़ से अधिक बताया जा रहा है। फिल्म देखने से पता चलता है कि वाकई साजिद ने फिल्म का निर्माता होने का दायित्व बखूबी निभाया है। विदेशी लोकेशंस, एक्शन सीन्स, स्पेशल इफेक्ट्स और मार्केटिंग-प्रोमोशंस आदि मिलाकर ‘किक’ का बजट इतना तो बनता ही है। ऊपर से सलमान खान की फीस। जैसे कि हर इंडस्ट्री का नफा-नुकसान आंकने का एक तरीका होता है, वैसे ही फिल्म इंडस्ट्री में भी किसी फिल्म के हिट या सुपरहिट होने का एक पैमाना है या कहिये मानक है। इस पैमाने या मानक का जिक्र फिर कभी। फिलहाल इतना कि अपना निवेश और मुनाफा दर्शाने के लिए सबसे पहले 200 करोड़ का आंकड़ा पार करना होगा, जो फिलहाल तो मुश्किल नहीं दिख रहा है।
इस हफ्ते कोई भी हिन्दी फिल्म न रिलीज होने की सूरत में तो ये बात और साफ हो चली है कि ‘किक’ 200 करोड़ तक आसानी से पहुंच जाएगी, क्योंकि ‘किक’ संभवत: पहली फिल्म है, जिसे 5000 स्क्रीन्स में रिलीज किया गया है। दूसरी बात ये कि ‘किक’ को ईद जैसा सुपरहिट बॉक्स ऑफिस मिला है। सलमान खान की पिछली सबसे ज्यादा कलेक्शन करने वाली फिल्म ‘एक था टाईगर’ को ईद पर साल 2012 में रिलीज किया गया था, जिसे ‘किक’ की ही तरह दर्शकों का ढेर सारा प्यार मिला था।
पर लाख कोशिशों के बावजूद ‘एक था टाईगर’ 200 करोड़ तक नहीं पहुंच पाई थी। यह फिल्म 198 करोड़ के लाइफटाइम बिजनेस पर ही सिमटकर रह गयी थी। इसके बाद इस साल जनवरी में आयी सलमान की फिल्म ‘जय हो’ को तो 100 करोड़ पार करना भी कठिन हो गया था। जैसे तैसे इस फिल्म ने 110 करोड़ इकट्ठा किये और अपनी लाज बचाई। 110 करोड़ के कलेक्शन के बावजूद ‘जय हो’ एक औसत फिल्म मानी गयी। इसी तरह से अगर ‘किक’ 200 करोड़ से ज्यादा कलेक्शन नहीं करती तो ये एक औसत फिल्म मानी जाएगी। पर इतना जरूर है कि सलमान खान इस बार भी ईद पर अपने चिर परिचित अंदाज में आये और धूम-धड़ाका करके चले गये। लेकिन यह धूम-धड़ाका कितना असरदार रहा, यह तय होना बाकी है, क्योंकि कोई फिल्म धूम-धड़ाका करे या न करे। अपणे को क्या है। अपणे को तो बस..