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उत्तराखंड: गंगा सागर से गोमुख पैदल पहुंचा विदेशी

गंगा के व्यवहार, नैसार्गिक सुन्दरता एवं बदलाव पर अध्ययन करने के लिए एक विदेशी पांच माह की पैदल यात्रा कर गोमुख पहुंचा। गोमुख में गंगा की स्तुति करने के बाद विदेशी ने गंगा पर पुस्तक लिखने का संकल्प...

उत्तराखंड: गंगा सागर से गोमुख पैदल पहुंचा विदेशी
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 06 May 2014 08:22 PM
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गंगा के व्यवहार, नैसार्गिक सुन्दरता एवं बदलाव पर अध्ययन करने के लिए एक विदेशी पांच माह की पैदल यात्रा कर गोमुख पहुंचा। गोमुख में गंगा की स्तुति करने के बाद विदेशी ने गंगा पर पुस्तक लिखने का संकल्प लिया। पैदल चल रहा यह विदेशी लोगों के बीच आकर्षण का केन्द्र रहा।

फ्रांस के पेरिस निवासी तेनगाई गुल्लर उम्र 36 वर्ष ने दिसंबर माह में गंगा सागर पहुंचकर गंगा के उद्गम तक पैदल जाने का निर्णय लिया। इसके लिए तेनगाई गंगा के किनारे बसे शहरों, कस्बों व गांवों में होते हुए पैदल 3 मई को गोमुख पहुंच गया। पैदल चल रहे इस विदेशी ने कस्बों में निवास कर वहां पर गंगा के प्रभाव, गंगा के व्यवहार में आ रहे बदलाव एवं गंगा की नैसार्गिक सुन्दरता को भी करीबी से जाना। गोमुख पहुंचे तेनगाई ने बताया कि भारत भ्रमण के बाद गंगा के बारे में सुना। इसके बाद वह गंगा सागर पहुंचे। यहां गंगा की अविरलता देखते हुए गंगा के उद्गम पर जाने की ठानी। बस यहां से ही वे गोमुख पहुंच गये। कहा कि वे अब गंगा पर पुस्तक लिखेंगे। इसके लिए पांच माह तक महत्वपूर्ण जानकारी जुटायी गयी है। जल्द कुछ जानकारियां हासिल की जाएगी। गोमुख से पर्यटन व्यवसायी तिलक सोनी के साथ लौटे तेनगाई ने गंगा की सुन्दरता की भी खूब तारीफ की।

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