एचएसबीसी विनिर्माण पीएमआई अप्रैल में अपरिवर्तित
भारत के विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर अप्रैल में मार्च के स्तर पर बनी रही और आलोच्य माह में निर्यात आर्डर में नरमी की भरपाई घरेलू मांग में अपेक्षाकृत मजबूती से हो गई। यह बात आज जारी एचएसएबीसी की...
भारत के विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर अप्रैल में मार्च के स्तर पर बनी रही और आलोच्य माह में निर्यात आर्डर में नरमी की भरपाई घरेलू मांग में अपेक्षाकृत मजबूती से हो गई। यह बात आज जारी एचएसएबीसी की प्रतिष्ठित मासिक सर्वेक्षण रपट में कही गई है।
नए बिजनेस आर्डर में नरमी के बीच एचएसबीसी इंडिया विनर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) अप्रैल में 51.3 रहा। मार्च में भी यह 51.3 पर था। विनिर्माण क्षेत्र का पीएमआई फैक्ट्री उत्पादन की गति का सूचक है।
विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियों में मार्च तक लगातार छह महीने से सुधार हो रहा था। अप्रैल में इसमें स्थिरता आ गयी। पीएमआई का 50 से उपर रहने का अर्थ है कि क्षेत्र में वृद्धि हो रही है जबकि 50 से नीचे का सूचकांक संकुचन दर्शाता है।
एचएसबीसी के मुख्य अर्थशास्त्री (भारत और आसियान) लीफ एस्केसेन ने कहा विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधि आम तौर पर स्थिर रही, जबकि घरलू मांग बढ़ी लेकिन निर्यात के आर्डर में नरमी आई।