सब्जियों की कीमत में भारी गिरावट हो रही है: आरबीआई
आरबीआई ने आम आदमी को खुशखबरी देते हुए आरबीआई ने बुधवार को कहा कि सब्जियों की कीमत थोक और खुदरा दोनों ही स्तर पर घटी है हालांकि हो सकता है, कारोबारियों की मुनाफाखोरी के कारण उपभोक्ताओं को इसका पूरा...
आरबीआई ने आम आदमी को खुशखबरी देते हुए आरबीआई ने बुधवार को कहा कि सब्जियों की कीमत थोक और खुदरा दोनों ही स्तर पर घटी है हालांकि हो सकता है, कारोबारियों की मुनाफाखोरी के कारण उपभोक्ताओं को इसका पूरा फायदा नहीं मिले।
नवंबर में सब्जी खंड में थोकमूल्य मुद्रास्फीति 95.25 प्रतिशत रही जबकि खुदरा मुद्रास्फीति 61.60 प्रतिशत रही। आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा संकेत है कि सब्जियों की कीमत में भारी गिरावट हो सकती है हालांकि कारोबारियों द्वारा कीमत बढ़ाने के कारण इसका पूरा फायदा खुदरा मुद्रास्फीति को नहीं मिलेगा।
उन्होंने कहा महानगरों के सर्वेक्षण से निश्चित तौर पर यह स्पष्ट होता है कि सब्जियों की कीमत बहुत तेजी से कम हो रही है। हमारा मानना है कि इसमें थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है। वह मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा के अनावरण के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे जिसमें आरबीआई ने आश्चर्यजनक रूप से मौद्रिक नीति की दरों को अपरिवर्तित रखा है।
राजन ने कहा मुद्रास्फीति फिलहाल बहुत उच्च स्तर पर है। हालांकि फिलहाल उच्च स्तर पर बरकरार मुद्रास्फीति से जुड़ी विभिन्न किस्म की अल्पकालिक अनिश्चितता और अर्थव्यवस्था में नरमी के मद्देनजर अनिश्चितता कम करने के लिए और आंकड़े का इंतजार करना लाजिमी है।
नवंबर में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर नौ महीने के उच्चतम स्तर 11.24 प्रतिशत पर आ गई जबकि थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मंहगाई दर 14 महीने के उच्चतम स्तर 7.52 प्रतिशत पर आ गई। आरबीआई ने कहा कि हाल के अध्ययन से पता चलता है कि मुख्य तौर पर खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी के कारण खुदरा और थोक दोनों मंहगाई दर में बढ़ोतरी हुई।